धर्म, डेस्क रिपोर्ट। कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत रखा जाता है। ये व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। यह व्रत सुहागनों के लिए किसी पर्व से कम नहीं है। खास बात ये है कि सनातन धर्म में करवा चौथ सुहागन महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार माना गया है। इस दिन शादी-शुदा महिलाएं पूरे सोलह शृंगार के साथ मां करवा की पूजा करती हैं। साथ ही सूर्योदय के समय सरगी ग्रहण करने के बाद सुहागन पूरे दिन निर्जला व्रत रहती हैं।
उसके बाद चंद्रोदय होने पर अर्घ्य देने के बाद उपवास का पारण करती हैं। करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाओं को अपने मंगलसूत्र से ज्योतिष द्वारा बताए गए कुछ उपाय है जो उन्हें जरूर करना चाहिए। आज हम आपको वो उपाय बताने जा रहे है जो मंगलसूत्र से किए जाते है। इन उपायों को करने से पति पत्नी का रिश्ता मजबूत होने के साथ साथ काफी ज्यादा लाभ मिलता है। तो चलिए जानते है –
Karwa Chauth 2022 : इतने बजे होगा चंद्रमा का उदय, इस शुभ नक्षत्र में खुलेगा करवा चौथ का व्रत
आपको बता दे, सबसे पहले आप करवा चौथ वाले दिन अपने मंगलसूत्र को साफ़ पानी या फिर गंगाजल से धो लें। उसके बाद उस पर कुमकुम लगाए। फिर मंगलसूत्र की पूजा करें और उसके बाद इसे पहने। ऐसा करने से दांपत्य जीवन काफी अच्छा होता है। साथ ही हमेशा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद मिलता है। जैसा कि आप सभी जानते है मंगलसूत्र का धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है। क्योंकि इसका सीधा संबंध शिव जी और पार्वती से है। इसे बंधन का प्रतिक माना जाता है।
16 श्रृंगार का महत्व –
करवा चौथ के दिन 16 श्रृंगार का काफी ज्यादा महत्व माना जाता है। इस दिन महिला पूरे 16 श्रृंगार करती है। साथ ही करवा माता की पूजन कर चंद्रमा को अर्घ देती है और पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है।
इतने बजे होगा चंद्रोदय –
आपको बता दे, इस बार करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर, 2022 दिन रखा जाएगा। ज्योतिषों द्वारा बताया गया है कि करवा चौथ के दिन कृत्तिका नक्षत्र शाम 07 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। फिर रोहिणी नक्षत्र लग जाएगा। ये 14 अक्टूबर को रात 09 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।