Chant mantra: आज बुधवार है। बुधवार का दिन देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने और ध्यान करने से भगवान गणेश सभी के विघ्न हर लेते हैं। अगर आपके भी काम में बार-बार रुकावट आ रही है या लाख कोशिश करने के बाद भी आपको काम में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो ऐसे में बुधवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप करने से, काम में आ रही बाधाएं टल जाएगी। इसी के साथ चलिए जानते हैं कि वह कौन-कौन से मंत्र है जिन्हे बुधवार के दिन करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
किन मंत्रों का करें जाप
1. गजानंद एकाक्षर मंत्र
मंत्र: ऊँ गं गणपतये नमः
प्रभाव: यह मंत्र भगवान गणेश का सबसे सरल मंत्र है। इसका जाप करने से बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि प्राप्त होती है।
जप विधि: इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
2. गणेश गायत्री मंत्र
मंत्र: ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।
प्रभाव: यह मंत्र भगवान गणेश का गायत्री मंत्र है। इसका जाप करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और सफलता प्राप्त होती है।
जप विधि: इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
3. गणेश कुबेर मंत्र
मंत्र ऊं नमो गणपत्ये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा ।
प्रभाव: यह मंत्र भगवान गणेश और कुबेर को समर्पित है। इसका जाप करने से धन, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
जप विधि: इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
4. ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ: निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।
प्रभाव: यह मंत्र भगवान गणेश की स्तुति में है। इसका जाप करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
जप विधि: इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
5. भगवान गणेश का बीज मंत्र
मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं लं श्रीं गणेशाय नम
प्रभाव: यह मंत्र भगवान गणेश का बीज मंत्र है। इसका जाप करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
जप विधि: इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
6. संकट दूर करने के लिए
गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित्
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
इन मत्रों के जाप के दौरान कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। सबसे पहले नहा धोकर साफ और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। जाप करने के लिए किसी शांत स्थान पर बैठे। ध्यान केंद्रित करें और मत्रों का शुद्ध उच्चारण करें। जाप करते समय माला का उपयोग करें। एकाग्रता से मंत्रों का जाप करें। इन सभी मत्रों में से आप किसी एक मंत्र का जाप कर सकते हैं।
मत्रों के साथ ये उपाय भी किए जा सकते हैं
1. भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें। भगवान गणेश को दूर्वा अत्यंत प्रिय है इसलिए उन्हें दूर्वा मोदक या लड्डू अर्पित करें।
2. गाय को हरा चारा खिलाएं, जरूरतमंदों को इक्षानुसार दान करें।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)