Shani Dev : ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्म कारक ग्रह के नाम से भी जाना जाता है जोकि अपने गुस्सैल स्वभाव के कारण जातकों को दुख पहुंचाते हैं। उन्हें न्याय का देवता माना गया है, जो लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। वहीं, कुंडली में शनि दोष की दशा लोगों को बहुत तकलीफ देते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको शनि देव प्रकोप से बचाव के कुछ उपाय बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप सारी चीजों से छूटकारा पा सकते हैं।
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में शनि देव काफी लंबे समय तक रहते हैं। जिस कारण साधकों को शनि दोष, साडेसाती और ढैया का सामना करना पड़ता है। इससे उन्हें आर्थिक रूप से लेकर स्वास्थ्य और करियर तक में प्रभाव देखने को मिलता है।
शनि दोष के प्रभाव से बचने के लिए जातक को शनिवार के दिन शनि महाराज पर सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए।
शनिवार की शाम को साफ वस्त्र पहनकर पीपल के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं।
शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए जातक को शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष की 21 बार परिक्रमा करनी चाहिए। इस उपाय को लगातार 3 महीने करने से कुंडली के सारे प्रभाव नष्ट हो जाते हैं।
इसके अलावा, जातक को घोड़े की नाल से छल्ला बनवाकर पहनना चाहिए।
शनि देव को दान करने वाले लोग काफी ज्यादा पसंद आते हैं, इसलिए आप गरीब और जरूरतमंदों में दान अवश्य करें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिवार के दिन उड़द की खिचड़ी लोगों को खिलाने से शनि देव का प्रकोप खत्म हो जाता है।
शनिवार को शनि देव की पूजा करते वक्त हनुमान जी की भी पूजा अवश्य करें।
इस दिन जातकों को भगवान शिव पर भी काले तिल चढ़ाने चाहिए।
वहीं, शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए भक्तों को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य ही करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)
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Sanjucta Pandit
मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।
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