Falgun Month 2023 : माघ मास की तरह है फागुन मास को बेहद शुभ माना गया है। फागुन मास में सभी शुभ कार्य किए जाते हैं। शादी व्याह से लेकर गृह प्रवेश और मुंडन तक के कार्य इस माह में किए जाते हैं। ख़ास बात ये है कि इस महीने में कई तीज त्यौहार पड़ते हैं जिनका हिन्दू धर्म में काफी ज्यादा महत्त्व माना जाता हैं। इतना ही नहीं फागुन मास में दान करने का भी विशेष महत्व माना गया है। साथ ही बुरे कर्मों से छुटकारा पाने के लिए स्नान करना अभी शुभ माना गया है। आज हम आपको फागुन मास के पड़ने वाले व्रत और त्योहार के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं कौन-कौन से तीज त्यौहार इस माह में आते हैं और फागुन की शुरुआत कब से हो रही हैं।
इस दिन से शुरू हो रहा फागुन मास –
फागुन मास की शुरुआत हिन्दू पंचांग के अनुसार 6 फरवरी से हो रही है। ये 7 फरवरी तक रहेगा। इस दौरान सभी शुभ कार्य करने की अनुमति रहती है। फागुन मास के बाद अष्टक लग जाता है जिसमें शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। इस बार फाल्गुन मास में महाशिवरात्रि, फूलैरा दूज, आमलकी एकादशी, विजया एकादशी से लेकर होली तक के त्यौहार मनाए जाएंगे।
फाल्गुन मास में आ रहे ये तीज त्यौहार –
- 6 फरवरी से फाल्गुन मास आरंभ हो रहा है।
- 9 फरवरी के दिन द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी हैं।
- 12 फरवरी के दिन यशोदा जयंती मनाई जाएगी
- 13 फरवरी के दिन शबरी जयंती, कालाष्टमी, कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी।
- 14 फरवरी के दिन जानकी जयंती है।
- 17 फरवरी के दिन विजया एकादशी है।
- 18 फरवरी के दिन महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी का त्यौहार है।
- 20 फरवरी के दिन फाल्गुन अमावस्या, सोमवती अमावस्या का व्रत है।
- 21 फरवरी के दिन फुलैरा दूज हैं।
- 23 फरवरी विनायक चतुर्थी का व्रत है।
- 25 फरवरी के दिन स्कंद षष्ठी हैं।
- 27 फरवरी को होलाष्टक, मासिक दुर्गाष्टमी, रोहिणी व्रत है।
- 3 मार्च के दिन आमलकी एकादशी, नरसिंह द्वादशी मनाई। जाएगी
- 4 मार्च के दिन शनि त्रयोदशी, प्रदोष व्रत हैं।
- 6 मार्च के दिन फाल्गुन चौमासी चौदस है।
- 7 मार्च के दिन होलिका दहन, छोटी होली, वसंत पूर्णिमा, फाल्गुन पूर्णिमा, लक्ष्मी जयंती मनाई जाएगी।
- रंगों का पर्व धुलेंडी 8 मार्च को मनाया जाएगा।