Astro Tips: हिंदू धर्म में व्रत, नियम, धर्म और ज्योतिष को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। सनातन धर्म में जितने भी काम होते हैं, वह ज्योतिष से जुड़े होते हैं। कोई व्रत करना हो अनुष्ठान या फिर शुभ काम सब कुछ ज्योतिष की दृष्टि और नियम कायदों के अनुसार किया जाता है।
फिलहाल शारदीय नवरात्रि चल रही है। नवरात्रि के इन नौ दिनों में देशभर में माता की भक्ति जोरशोर से की जाएगी। नवरात्रि को काफी खास माना गया है। इन नौ दिनों में अगर कुछ विशेष उपाय कर लिए जाए तो व्यक्ति को अचानक धन लाभ होने लगता है। अगर आप अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो धन से जुड़े कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको इसकी जानकारी देते हैं।
कुएं और नदी पर दीपक
नवरात्रि में अगर आपको धन प्राप्त करना है, तो शाम के समय आपको नदी या फिर कुएं के समीप दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाने के बाद हाथ जोड़कर माता लक्ष्मी का ध्यान करें और बिना कुछ बोले उस जगह से वापस आ जाएं।
श्री सूक्त का पाठ
नवरात्रि में सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद सूरज निकलते समय 11 बार माता लक्ष्मी और श्री सूक्त का पाठ करें। अगर कोई व्यक्ति 108 दिनों तक यह उपाय करता है तो उसकी ढंग से जुड़ी सारी परेशानी समाप्त हो जाती है। इस दौरान आपको माता लक्ष्मी की आरती भी करनी है।
पीपल और दीपक और ध्वजा
नवरात्रि में आपको पीपल के पेड़ पर लाल रंग की ध्वजा चढ़ानी चाहिए। इसी के साथ आपको वृक्ष के पास देसी घी का दीपक भी जलाना है। यह उपाय आपको अचानक धन लाभ देने लगेगा और आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी।
खीर का भोग
अगर आप माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें केसर वाली खीर का भोग लगाएं। खीर का भोग लगाते समय आपको कनकधारा स्त्रोत का नौ बार पाठ करना है। इससे आपको नौ देवियों की कृपा मिलेगी। जीवन में चल रही समस्याओं का अंत होगा और धन-धान्य की कभी कमी नहीं होगी।
बरगद की जड़
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए आपको अशोक या बरगद के वृक्ष की जड़ अपने घर की तिजोरी में रखना चाहिए। तिजोरी को बंद करने से पहले माता लक्ष्मी और नवदुर्गा का नाम लेकर अपनी परेशानियों से मुक्ति पाने की प्रार्थना करें। ऐसा करने से परेशानियों का अंत होगा और धन लाभ होने लगेगा।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।