सोमवार के दिन करें इन नियमों का पालन, महादेव को करें प्रसन्न।

Gaurav Sharma
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धर्म, डेस्क रिपोर्ट। सोमवार के दिन सुबह होते ही भक्त हाथ में जल का पात्र लिए, बेलपत्र, चंदन आदि लिए अपने आराध्य भोलेनाथ की भक्ति में डूबे शिवालयों की ओर जाते हुए नज़र आते हैं। होठों पर ॐ नमः शिवाय का जप और अंदर ढेर सारी मनोकामनाएं लिए जल, चंदन, बेलपत्र भोलेनाथ को अर्पित कर सुख, शांति, समृद्धि की प्रार्थना कर, श्रद्धा से सर झुका कर वापस अपने घर आ जाते हैं।

सोमवार के दिन करें इन नियमों का पालन, महादेव को करें प्रसन्न।

अक्सर कहा जाता है महादेव बड़े ही भोले हैं कोई पूरी श्रद्धा से उनको पुकारता है तो वो उसकी ज़रूर सुनते हैं। कथाओं की मानें तो यह बात सच भी है। पर क्या आप जानते हैं सभी भगवानों की तरह महादेव की पूजा के भी कुछ नियम हैं। कहा जाता है अगर आप उन नियमों का पालन विधिवत नहीं करेंगे तो आपकी मनोकामना पूरी होने में देरी हो सकती है।

आइए जानें क्या हैं वो नियम 

  • ऐसा कहा जाता है की महादेव की पूजा करते समय काले रंग का वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए यह उन्हें अप्रिय है। सफेद, लाल, पीला, हरा वस्त्र पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
  • वैसे तो हिंदू रीति के अनुसार घर आए मेहमान का हमेशा सत्कार और आदर करना चाहिए पर सोमवार के दिन इस बात का खासतौर पर ध्यान रखा जाना चाहिए। कहते हैं अगर आप सोमवार के दिन घर आए मेहमान का, संत का अनादर करते हैं तो इससे महादेव आपसे नाराज़ हो सकते हैं।
  • सोमवार की पूजा करते समय तुलसी के पत्ते का उपयोग वर्जित है, साथ ही महादेव पर केतकी के फूल को भी नही अर्पित करना चाहिए, ऐसा करने से महादेव अपने भक्त से नाराज़ हो सकते हैं। कहा जाता है तुलसी के पत्ते की जगह तुलसी की मंजरी को भगवान को अर्पित किया जा सकता है।
  • सोमवार की पूजा में उपयोग किए जाने वाले चावल के दाना पूरा और साबुत होना चाहिए। खंडित चावल के दाने को पूजा में वर्जित माना गया है। कहा जाता है खंडित दाने चढ़ाने से महादेव रुष्ट हो सकते हैं।
  • सोमवार को महादेव कीकी पूजा करते समय हल्दी कुमकुम का उपयोग नहीं करना चाहिए। महादेव को पीला या लाल चंदन लगाना चाहिए। कुमकुम और हल्दी देवी को अर्पित किया जाता है।
  • सोमवार के पूजन में यदि आप नारियल अर्पित करते है तो महादेव को साबुत नारियल अर्पित कर सकते हैं। याद रखें नारियल फोड़ने के बाद उसका जल गलती से भी भगवान शंकर को ना चढ़ाएं ,इससे भगवान नाराज़ हो सकते हैं।
  • कोशिश करें हर सोमवार के दिन आपकी पूजा का समय एक हो निर्धारित हो, साथ ही अगर आप व्रत करते हैं तो भोजन का समय भी एक हो निर्धारित हो।
  • कोशिश करें और किसी का दिल ना दुखाएं, झूठ बोलने से बचें, क्रोध करने से बचें, बुराई करने से बचें। अगर आप शांत मन और नियम पालन के साथ पूजा करते हैं तो उसका फल निश्चित ही आपको मिलेगा।

कहते हैं महादेव की कृपा एक बार जिसपर हो जाए वो इंसान हर दुख हर कष्ट से मुक्ति पा जाता है, खुशियां और समृद्धि उसका घर ढूंढती हुई दौड़ी चली आती हैं। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जप मात्र हर परेशानी को हर लेता है। सच्चे मन और नियम पालन कर की गई पूजा या अभिषेक से महादेव अवश्य ही प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर पूरी कृपा बनाए रखते हैं।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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