Vishnu Purana in Hindi : ‘विष्णु पुराण’ एक प्रमुख हिंदू पुराण है जो ऋषि पराशर द्वारा लिखा गया था। बता दें कि यह सभी 18 महापुराणों में से एक है। यह पुराण विष्णु भगवान को समर्पित है। जिसमें उनके लीलाओं, अवतारों, उपासना, धर्म, दर्शन, समाज और ब्रह्मांड के सृष्टि के विषय में जानकारी दी गई है। यहां भगवान विष्णु के दस अवतारों का वर्णन किया गया। इसके अलावा, उनकी महिमा और उनके युगों का भी विस्तृत वर्णन किया गया है।
इस पुराण में धर्म, अधर्म, कर्म, मोक्ष, उपासना, समाज, राजनीति, शिक्षा और समाज के नैतिक मूल्यों के बारे में जानकारी दी गई है। यदि इनमें बताई गई कुछ बातों को अपने जीवन का आधार बना लेने पर व्यक्ति को उनकी हर समस्या से मुक्ति मिल जाती है। आइए जानें विस्तार से….
दिनचर्या और समय का महत्त्व
विष्णु पुराण में जीवन की दिनचर्या और समय के महत्त्व का उल्लेख किया गया है, जो व्यक्ति के जीवन में सामंजस्य और समृद्धि लाने में मदद करता है। जिसके अनुसार, व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। जिससे दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा से होती है। विष्णु पुराण में सोने और जागने के समय के महत्त्व का भी वर्णन है जो कि व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण होता है। ज्यादा समय तक सोना या देर से जागना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर संतुलित और स्वस्थ जीवन जीने का प्रयास किया जाता है।
सभी का करें सम्मान
विष्णु पुराण के अनुसार, गरीबों या असहाय व्यक्तियों के साथ निर्ममता या अन्याय करने वाले लोगों को पापी माना गया है। इसमें बताया गया है कि व्यक्ति को समाजिक जीवन जीना चाहिए। साथ ही सभी इंसान को बराबर का सम्मान देना चाहिए। दूसरों के साथ न्यायपूर्वक और धर्मसंगत व्यवहार करना चाहिए। इससे आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
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