घर में भूलकर भी इस स्थान पर न रखें जूते-चप्पल, मां लक्ष्मी हो सकती है नाराज

Vastu Tips: घर में जूते-चप्पल रखने का तरीका आपकी धन-दौलत और खुशहाली पर असर डाल सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जूते-चप्पल को घर के पूजा स्थल या प्रवेश द्वार के पास भूलकर भी न रखें।

Vastu Tips

Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व बताया गया है। वास्तु शास्त्र में न सिर्फ घर की दिशा के बारे में बताया जाता है बल्कि घर में किस वस्तु को किस दिशा में रखना चाहिए तक का वर्णन किया गया है। ऐसे में वास्तु शास्त्र में जूते-चप्पल को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं कि घर में किस दिशा में और कहां जूते-चप्पल रखना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में प्रत्येक वस्तु को रखने की एक निश्चित दिशा होती है। जब हम जूते-चप्पल को घर में गलत दिशा में रखते हैं तो उससे नकारात्मक ऊर्जा हमारे घर में प्रवेश होती है और घर की सुख-शांति छिन जाती है। इसलिए वास्तु शास्त्र में जूते-चप्पल को लेकर ऐसा बताया गया है की जूते-चप्पल को घर के बाहर या किसी निश्चित स्थान पर ही रखना चाहिए। घर के अंदर जूते-चप्पल रखने से मां लक्ष्मी नाराज होती है और घर में धन की कमी हो सकती है।

कैसे रखें जूते-चप्पल

वास्तु शास्त्र के अनुसार जूते-चप्पल को उल्टा रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। उल्टे रखे जूते-चप्पल धन के आगमन को रोकते हैं और घर में नकारात्मकता भी फैलते हैं। उल्टे जूते-चप्पल रखने से घर की शांति भंग होती है और मां लक्ष्मी भी नाराज होती हैं।

किस दिशा में रखें जूते-चप्पल

वास्तु शास्त्र के अनुसार, जूते-चप्पल को घर के उत्तर और पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए क्योंकि इन दिशाओं को शुभ माना जाता है इन दिशाओं का संबंध मां लक्ष्मी से होता है इसलिए इन दिशाओं में जूते-चप्पल रखना अशुभ होता है। इसलिए जूते चप्पल को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए।

कहा न रखें जूते-चप्पल

वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम के अंदर कभी भी जूते चप्पल नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में परेशानी आती हैं। पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। बेडरूम में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का होना बहुत जरूरी है इसलिए यहां जूते-चप्पल रखने से बचना चाहिए।

न करें ये गलती

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। क्योंकि यहां पर अन्न पकाया जाता है और अन्न को देवता के समान माना जाता है। इसलिए गलती से भी भूलकर भी रसोई घर में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए। रसोई घर में जूते-चप्पल पहनकर या रखकर हम अन्न का अपमान करते हैं।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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