क्या कभी आपने महसूस किया है कि सोमवार (Somwar) के दिन आपका मन बिना वजह बेचैन रहता है? छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है, काम में मन नहीं लगता और सोचने की क्षमता जैसे धुंधली सी हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र कहता है इसका संबंध सीधा-सीधा चंद्र ग्रह से है।
हिंदू धर्म में सोमवार का दिन चंद्रमा और भगवान शिव को समर्पित माना गया है। इस दिन किए गए व्रत और पूजा मन को स्थिरता देते हैं। लेकिन अगर इस दिन कुछ विशेष चीजों का सेवन गलती से भी कर लिया जाए, तो यह चंद्रमा की ऊर्जा को कमजोर कर देता है और व्यक्ति का मानसिक संतुलन डगमगा सकता है।
सोमवार को माना जाता है भगवान शिव और चंद्रमा का दिन
सोमवार शब्द ही ‘सोम’ से बना है, जो चंद्रमा का एक नाम है। चंद्रमा को मन, भावनाओं और मानसिक शांति का कारक ग्रह कहा गया है। वहीं भगवान शिव के मस्तक पर भी चंद्रमा विराजमान हैं, जो इस बात का प्रतीक है कि वे भावनाओं पर नियंत्रण का संदेश देते हैं। इसी कारण सोमवार को शिव पूजा और व्रत अत्यंत फलदायी माना गया है। अविवाहित महिलाएं उत्तम वर की प्राप्ति के लिए और विवाहित स्त्रियां पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं।
सोमवार को भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें
1. बैंगन
बैंगन को तामसिक भोजन की श्रेणी में रखा गया है। यह आलस्य, क्रोध और नकारात्मकता को बढ़ाता है। सोमवार के दिन बैंगन का सेवन चंद्रमा की सौम्यता को कम करता है और मन में बेचैनी, चिड़चिड़ापन व अस्थिरता लाता है। इसलिए सोमवार को बैंगन के व्यंजन जैसे भरता या भर्ता खाने से परहेज़ करना चाहिए।
2. काला तिल
काले तिल का संबंध शनिदेव से माना गया है। सोमवार को इसका सेवन करने से शनि और चंद्रमा का मेल अनुकूल नहीं रहता, जिससे मानसिक भारीपन और ऊर्जाहीनता महसूस हो सकती है। शिवभक्तों के लिए यह दिन शुद्धता का प्रतीक है, इसलिए सोमवार को सफेद तिल या गौ-घृत का उपयोग अधिक शुभ माना गया है।
3. प्याज और लहसुन
प्याज और लहसुन दोनों ही ऐसे तत्व हैं जो शरीर में रजस और तमस गुण बढ़ाते हैं। सोमवार को इनका सेवन करने से ध्यान, एकाग्रता और मानसिक शांति प्रभावित होती है। अगर आप शिव पूजा कर रहे हैं या सोमवार व्रत रखे हैं, तो इन दोनों का परहेज़ करना आवश्यक है।
4. कड़वे या कसैले पदार्थ
नीम, करेले या अन्य कड़वी चीजें सोमवार को नहीं खानी चाहिए। चंद्रमा जल तत्व का ग्रह है, और कड़वे पदार्थ शरीर के कफ-पित्त संतुलन को बिगाड़ते हैं। इसका असर मानसिक थकान, असंतोष और अस्वस्थता के रूप में सामने आता है।
5. मांस और शराब
मांस और शराब को सोमवार के दिन ग्रहण करना अत्यंत अशुभ माना गया है। यह शरीर और मन दोनों को दूषित करते हैं, जिससे चंद्रमा की सौम्य ऊर्जा क्षीण हो जाती है। इनका सेवन करने से व्यक्ति का स्वभाव क्रोधी, उदास और असंतुलित हो सकता है।
चंद्रमा ग्रह और मन का संबंध
ज्योतिष में चंद्रमा को मन का स्वामी कहा गया है। अगर चंद्र कमजोर हो जाए तो व्यक्ति में बेचैनी, उदासी, असुरक्षा और भावनात्मक उतार-चढ़ाव बढ़ जाता है। सोमवार को गलत भोजन या तामसिक आहार लेने से चंद्र दोष सक्रिय होता है। यही कारण है कि मानसिक शांति के लिए सोमवार को हल्का, सात्विक और पौष्टिक भोजन ही श्रेष्ठ माना गया है जैसे दूध, फल, खीर या साबूदाना।
सोमवार के दिन करें ये शुभ कार्य
- शिवलिंग पर दूध, जल या बेलपत्र चढ़ाना
- गरीबों को सफेद वस्त्र या मिठाई दान देना
- चंद्रमा को जल अर्पित करना
- शाम के समय चंद्र दर्शन कर ‘ॐ चन्द्राय नमः’ का जाप करना
- मानसिक शांति के लिए सफेद मोती या चांदी धारण करना
आध्यात्मिक दृष्टि से आहार का प्रभाव
भारतीय परंपरा में हमेशा कहा गया है, जैसा अन्न वैसा मन। सोमवार का दिन मन से जुड़ा हुआ है, इसलिए इस दिन लिया गया भोजन सीधे मन की शांति और भावनात्मक संतुलन को प्रभावित करता है। सात्विक भोजन न केवल शरीर को हल्का रखता है बल्कि विचारों को भी शुद्ध करता है।
आधुनिक विज्ञान भी इस बात से सहमत है कि भोजन का सीधा संबंध मूड और मेंटल हेल्थ से होता है। इसलिए अगर आप अपने जीवन में शांति, संतुलन और स्थिरता चाहते हैं, तो सोमवार को भोजन में पवित्रता का ध्यान ज़रूर रखें।





