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Thu, Dec 18, 2025

घर में गणपति स्थापना के समय इन गलतियों से बचें, बरसेगी अपार कृपा

Written by:Bhawna Choubey
Published:
Ganesh Chaturthi 2025 पर घर या ऑफिस में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करते समय वास्तु और परंपराओं का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सही दिशा और विधि से स्थापना करने पर बप्पा की कृपा मिलती है और घर में सुख-समृद्धि, सौभाग्य और शांति का वास होता है।
घर में गणपति स्थापना के समय इन गलतियों से बचें, बरसेगी अपार कृपा

गणपति बप्पा का नाम सुनते ही मन में ऊर्जा और उत्साह का संचार होने लगता है। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन घर-घर में गणपति बप्पा की स्थापना की जाती है और पूरे दस दिनों तक उनकी पूजा, भजन और आरती से माहौल भक्तिमय बना रहता है।

2025 में गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन अगर भगवान गणेश की प्रतिमा को सही दिशा, सही विधि और पूरी श्रद्धा के साथ स्थापित किया जाए, तो बप्पा अपने भक्तों पर खास कृपा बरसाते हैं। वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणेश प्रतिमा की स्थापना में छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। आइए जानते हैं इस बार गणेश चतुर्थी पर प्रतिमा स्थापना के सही नियम और उपाय।

 प्रतिमा स्थापना के समय ध्यान रखने योग्य बातें

1. प्रतिमा की दिशा और स्थान का महत्व

गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित करते समय उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) को सबसे शुभ दिशा माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक है। कोशिश करें कि प्रतिमा को सीधे फर्श पर न रखें, बल्कि किसी लकड़ी के पट्टे या चौकी पर लाल या पीले कपड़े बिछाकर स्थापित करें। अगर आप ऑफिस या दुकान में स्थापना कर रहे हैं, तो भी यही नियम अपनाएं। इससे व्यवसाय में वृद्धि और तरक्की की संभावनाएं बढ़ती हैं।

2. किस प्रकार की प्रतिमा करें स्थापना

गणेश चतुर्थी 2025 पर प्रतिमा चुनते समय ध्यान दें कि भगवान गणेश की दाईं सूंड़ वाली प्रतिमा (दक्षिणावर्ती गणेश) घर में नहीं बल्कि मंदिर या विशेष अनुष्ठानों में स्थापित की जाती है। घर में हमेशा बाईं सूंड़ वाली प्रतिमा (वामावर्ती गणेश) रखना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह शांति, सौभाग्य और सुख-समृद्धि का प्रतीक है। साथ ही प्रतिमा का आकार बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। घर में 9 इंच से 18 इंच तक की गणेश प्रतिमा को सबसे शुभ और आसान माना जाता है।

3. पूजा विधि और नियम

गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद रोजाना सुबह-शाम दीपक जलाना, धूप-अगरबत्ती करना और गणेश मंत्रों का जाप करना बेहद जरूरी है। गणपति बप्पा को मोदक, दूर्वा घास और लाल फूल बेहद प्रिय हैं, इसलिए पूजा में इनका विशेष ध्यान रखें।

गणेश चतुर्थी के पहले दिन प्रतिमा की स्थापना करते समय कलश स्थापना, संकल्प और मंत्रोच्चारण के साथ पूजा करनी चाहिए। इसके बाद दस दिनों तक भक्ति भाव से पूजा करें और अंत में विसर्जन से पहले गणेश जी से आशीर्वाद लेकर धन्यवाद करें।

क्यों जरूरी है सही स्थापना?

घर में सुख-समृद्धि का वास

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर गणपति की प्रतिमा सही दिशा और नियमों के अनुसार स्थापित की जाए, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इससे परिवार में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।

वास्तु दोष का निवारण

गणेश प्रतिमा की सही स्थापना करने से घर या ऑफिस में मौजूद कई तरह के वास्तु दोष भी दूर हो जाते हैं। इससे धन की रुकावटें खत्म होती हैं और तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं।

बप्पा की कृपा और आशीर्वाद

गणपति बप्पा विघ्नहर्ता माने जाते हैं। यदि उनकी प्रतिमा विधि-विधान से स्थापित की जाए, तो जीवन की परेशानियां और अड़चनें दूर होती हैं। साथ ही नई शुरुआत करने वालों के लिए यह स्थापना बेहद मंगलकारी मानी जाती है।