Mon, Dec 22, 2025

विवाह पंचमी पर शादी करना नहीं माना जाता शुभ, जानें पौराणिक कथा

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
विवाह पंचमी पर शादी करना नहीं माना जाता शुभ, जानें पौराणिक कथा

Vivah Panchami 2023 : विवाह पंचमी महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है जो प्रति वर्ष मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व विवाह की संस्कृति और परंपराओं को महत्त्व देता है और विवाहित जोड़ों के लिए शुभ और मांगलिक माना जाता है। हिंदू धर्म में विवाह पंचमी का महत्व भगवान राम और माता सीता के विवाह के उत्सव के रूप में माना जाता है। त्रेता युग में इसी दिन भगवान राम ने सीता माता से विवाह किया था। इस दिन को उनकी प्रेम की अद्भुत कहानी और उनके विवाह के महत्त्व को याद करते हुए मनाया जाता है। इस दिन को विवाह पंचमी के रूप में मनाने से संतान सुख, परिवार की समृद्धि और पति-पत्नी के बीच प्रेम का प्रतीक माना जाता है। आइए जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पौराणिक कथा…

शुभ मुहूर्त

विवाह पंचमी का शुभ मुहूर्त 16 दिसंबर को रात 8:00 बजे से शुरू हो रही है जो की 17 दिसंबर को शाम 5:33 पर समाप्त होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, 17 दिसंबर, दिन रविवार को विवाह पंचमी मनाई जाएगी।

महत्व

बता दें कि इस दिन भगवान राम और देवी सीता के विवाह की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है जो इस दिन माता सीता और भगवान राम की विधि विधान से पूजा करते हैं, जिससे उनका जीवन सफल हो जाता है। वहीं, वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है। इसलिए इस दिन भक्तों को भगवान राम और मां सीता की ध्यानपूर्वक पूजा करनी चाहिए ताकि जिंदगी में खुशहाली बनी रहे।

इस दिन विवाह करना माना जाता है अशुभ

पौराणिक कथाओं के अनुसार, विवाह पंचमी पर शादी करने के बाद भगवान राम और माता सीता के जीवन में कई प्रकार के कष्ट आए थे। जिनमें उन्हें 14 वर्ष का वनवास सहना पड़ा था। इसके अलावा, माता सीता को एक बार फिर भगवान राम से अलग होकर वन में रहना पड़ा। इसी कारण ऐसा माना जाता है कि इस तिथि पर विवाह करना शुभ नहीं है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)