Gita Updesh : श्रीमद्भगवद्गीता धर्म, कर्म, भक्ति ज्ञान पर आधारित हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जोकि 18 अध्याय में विभाजित है, जिसमें कुल 700 श्लोक हैं। गीता उपदेश में ज्ञान, भक्ति और कर्म के माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति के मार्ग बताए गए हैं। दरअसल, यह संवाद भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले हुआ था। जिसके अंत में माधव ने अपने विश्व रूप को अर्जुन के सामने प्रकट किया था। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको गीता ज्ञान में बताए गए कुछ ऐसे उपदेश बताएंगे, जिन्हें इंसान को शाम के समय गलती से भी नहीं करना चाहिए, अन्यथा भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से…

गलती से भी ना करें ये काम
- श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार, सूर्यास्त के बाद इंसान को भूलकर भी कपड़े नहीं धोना चाहिए और ना ही धुले हुए कपड़े को सुखाना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में दुखों का पहाड़ टूट सकता है, आपके घर में नेगेटिविटी प्रवेश कर सकती है।
- गीता उपदेश के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने यह बताया है कि सूर्यास्त के बाद कभी भी गलती से भी नाखून नहीं काटना चाहिए। इससे घर में दरिद्रता प्रवेश करता है। इसके साथ ही नकारात्मक ऊर्जा का घर में आगमन होता है। इसलिए कोशिश करें कि सूर्यास्त हो जाने के बाद नाखून ना काटें।
- भगवान श्री कृष्ण ने बताया है कि सूर्यास्त के बाद कभी भी अंतिम संस्कार नहीं करना चाहिए। हालांकि, इस बात का जिक्र ज्योतिष शास्त्र में भी किया गया है। यह करना बेहद अपशगुन माना जाता है। इससे श्मशान घाट में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा आपके जरिए घर में प्रवेश कर सकती है, इसलिए ऐसा करने से बचकर रहे।
- भगवत गीता के अनुसार, सूर्यास्त के बाद दही का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साइंटिफिक रीजन भी है। बता दें कि शाम के वक्त दही खाने से आपको ठंड लग सकती है, जिससे गले की खराश बढ़ जाएगी और आप बीमार हो सकते हैं।
- भगवत गीता के अनुसार, सूर्यास्त के बाद गलती से भी तुलसी के पौधों को नहीं छूना चाहिए। इससे माता लक्ष्मी आपसे नाराज होकर घर से चली जाएगी। इससे घर की सुख और समृद्धि सब नष्ट हो जाएगी। इसलिए कोशिश करें कि शाम हो जाने के बाद किसी भी पौधे को हाथ ना लगाएं, क्योंकि हिंदू धर्म में से बहुत ही पवित्र पौधा माना जाता है। इसमें स्वयं देवी देवताओं का वास होता है, इसलिए कोशिश करें कि ऐसा करने से बचें।
- भगवत गीता के अनुसार, सूर्यास्त के बाद माथे पर चंदन नहीं लगना चाहिए, यह अपशगुन माना जाता है। श्री कृष्ण ने बताया है कि हिंदू धर्म में इसे बेहद पवित्र माना जाता है और पवित्र चीजों को लगाने का समय सूर्योदय होने के बाद का है, ना कि सूर्यास्त होने के बाद इसलिए कोशिश करें कि ऐसा करने से बचें। यदि आपके आसपास कोई ऐसा कर भी रहा हो, तो उसे ऐसा करने से रोकें। अन्यथा, इससे जीवन में तमाम तरह की परेशानियां आ सकती है।
- गीता उपदेश के अनुसार, सूर्यास्त के बाद भोजन या पानी को कभी भी खुला ना छोड़े। उसे हमेशा ढक कर रखें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी। इसका दूसरा कारण यह भी है कि यदि आप भोजन और पानी को खुले में रखते हैं, तो इसमें कोई भी विषैला पदार्थ गिर सकता है, जिसे खाने के बाद आप बीमार भी पड़ सकते हैं, इसलिए ऐसा करने से बचें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





