सनातन धर्म में गोगा नवमी का बहुत अधिक महत्व है। यह 9 दिनों तक चलने वाली पूजा है, जो कि सावन महीने की पूर्णिमा से शुरू होती है। पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने में कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को गोगा नवमी मनाई जाती है। इस दिन गोगा देव की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना होती है। इस दिन सुबह से लोग व्रत रखते हैं, और शाम में पूजा करते हैं। इस दौरान कई सारे नियमों का भी पालन करना पड़ता है।
9 दिनों तक चलने वाली गोगा देव की पूजा शुरू हो चुकी है, तो आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि अगस्त के महीने में गोगा नवमी कब मनाई जाएगी।
सही तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि का प्रारंभ 16 अगस्त को रात 9:34 पर होगा, जिसका समापन अगले दिन यानी 17 अगस्त को शाम 7:24 पर होगा। ऐसे में उड़िया तिथि के अनुसार 17 अगस्त को गोगा नवमी मनाई जाएगी।
क्या करें?
इस दौरान भक्तों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है। कोशिश करें कि किसी से भी वाद-विवाद ना करें, बहस-बाजी से बचें। इसके अलावा तामसिक भोजन और चावल ना खाएं, फलाहार आदि ले सकते हैं। जरूरतमंदों को दान करें, ऐसा करने से गोगा देव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं।
महत्व
गोगा नवमी के महत्व की बात करें तो यह राजस्थान का लोक पर्व है, जिसे वहां की स्थानीय भाषा में गोगा नवमी कहते हैं। यह पर्व हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि गोगा देव के पास नागों को वश में करने की शक्ति थी। ऐसे में जो भी व्यक्ति उनकी साधना करता है, उसे सांपों से डर नहीं लगता और ना ही उसके डसने की कोई स्थिति बनती है। इस पूजा को करने से सर्प दोष भी दूर हो जाते हैं, साथ ही जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





