साल में दो बार पड़ने वाले गुप्त नवरात्र को तंत्र साधना और मां दुर्गा की गुप्त आराधना के लिए खास माना जाता है। इस साल जून 2025 में गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri 2025) की शुरुआत हो चुकी है। इन 9 दिनों में गुप्त रूप से देवी मां की पूजा कर जीवन के कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अगर गुप्त नवरात्र के दौरान व्यक्ति अपनी राशि अनुसार मंत्रों का जाप करता है, तो उसे देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इससे न केवल मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं बल्कि जीवन में आने वाली रुकावटें भी दूर हो जाती हैं।
गुप्त नवरात्र में राशि अनुसार मंत्र जाप से बढ़ेगा भाग्य
मेष
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ”
इस मंत्र का जाप साहस और शक्ति बढ़ाने के लिए करें। मां दुर्गा की कृपा से मानसिक मजबूती मिलेगी।
वृषभ
“ॐ ह्रीं श्रीं दुर्गायै नमः”
यह मंत्र धन लाभ और पारिवारिक सुख के लिए बहुत प्रभावशाली है।
मिथुन
“ॐ ऐं क्लीं महाकाल्यै नमः”
इस मंत्र के जप से असमंजस और भ्रम की स्थिति से मुक्ति मिलती है।
कर्क
“ॐ ह्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै नमः”
इस मंत्र के प्रभाव से जीवन में आने वाले संकट दूर होते हैं और मन को शांति मिलती है।
सिंह
“ॐ क्लीं कालिकायै नमः”
यह मंत्र शत्रु बाधा को खत्म करता है और आत्मविश्वास में वृद्धि करता है।
कन्या
“ॐ श्रीं ह्रीं दुर्गायै नमः”
इस मंत्र से नौकरी और करियर में उन्नति होती है।
तुला
“ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॐ”
यह मंत्र दांपत्य जीवन और संबंधों में सुधार लाता है।
वृश्चिक
“ॐ क्लीं चामुण्डायै नमः”
इस मंत्र से गुप्त भय और मानसिक अवसाद से मुक्ति मिलती है।
धनु
“ॐ ह्रीं दुर्गे दुर्गति नाशिन्यै नमः”
यह मंत्र शिक्षा और आध्यात्मिक प्रगति के लिए लाभकारी है।
मकर
“ॐ ऐं ह्रीं कालिकायै नमः”
इस मंत्र के माध्यम से व्यापार में लाभ और संघर्ष में सफलता मिलती है।
कुंभ
“ॐ ह्रीं भगवत्यै नमः”
यह मंत्र आपकी वाणी में प्रभाव और बुद्धिमत्ता बढ़ाता है।
मीन
“ॐ श्रीं दुर्गायै नमः”
इस मंत्र से मानसिक तनाव दूर होता है और मां दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख-संतुलन बना रहता है।
गुप्त नवरात्र में मंत्र जाप के नियम और सावधानियां
- सुबह स्नान करके साफ वस्त्र पहनें और शुद्ध वातावरण में जाप करें।
- मंत्र जाप एक ही स्थान पर बैठकर करें और जाप माला का उपयोग करें।
- हर दिन कम से कम 108 बार मंत्र का उच्चारण करें।
- भक्ति और श्रद्धा से मां दुर्गा का ध्यान करें।





