हनुमान जयंती हमेशा से ही देशभर में धूमधाम से मनाई जाती है। 12 अप्रैल को हनुमान जयंती है और इस दिन भक्त इसे उत्साहपूर्वक मनाएंगे। भक्त अलग-अलग हनुमान मंदिरों के दर्शन करेंगे। आज इस खबर में हम आपको पांच ऐसे हनुमान मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जिनके दर्शन आपको अवश्य करने चाहिए। अगर हनुमान जयंती के मौके पर आप इनमें से किसी भी मंदिर के नजदीक रहते हैं, तो आपको वहां एक बार दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिए।
दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित श्री हनुमान मंदिर
अगर आप दिल्ली में रहते हैं, तो आपको दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित श्री हनुमान मंदिर में अवश्य दर्शन करने चाहिए। यह बेहद ऐतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर में एक प्रमुख हनुमान मूर्ति विराजमान है। मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ 24 घंटे होता रहता है। आप मंगलवार और शनिवार के दिन विशेष रूप से इस मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।

वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर
इसके अलावा, अगर आप वाराणसी में रहते हैं, तो वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर के दर्शन आपको जरूर करने चाहिए। यह बेहद प्राचीन मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना रामचरितमानस के लेखक पूज्य संत तुलसीदास ने की थी। वहीं, भक्तों का कहना है कि मंदिर में जाकर भगवान हनुमान जी की पूजा करने से सभी परेशानियां और जीवन की कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। इसी कारण इस मंदिर का नाम संकट मोचन है।
सालासर बालाजी मंदिर
अगर आप राजस्थान में रहते हैं, तो सालासर बालाजी मंदिर के दर्शन के लिए जरूर जाना चाहिए। सालासर बालाजी प्राचीन मंदिरों में से एक है। मंदिर में चमत्कारिक रूप से हनुमान जी विराजमान हैं। आप इस मंदिर की कहानी स्थानीय लोगों से भी सुन सकते हैं। बता दें कि दूर-दूर से हजारों भक्त भगवान बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं।
कर्नाटक का हंपी हनुमान मंदिर
अगर आप भारत के दक्षिणी क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको कर्नाटक का हंपी हनुमान मंदिर जरूर दर्शन के लिए जाना चाहिए। हंपी हनुमान मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हंपी के आश्चर्यजनक खंडहरों के बीच बसा हुआ है। इसे भारत के सबसे पुराने हनुमान मंदिरों में माना जाता है।
चित्रकूट का हनुमान धारा मंदिर
अगर आप मध्य प्रदेश में रहते हैं, तो आपको चित्रकूट का हनुमान धारा मंदिर भी अवश्य दर्शन के लिए जाना चाहिए। चित्रकूट में बसे इस हनुमान मंदिर के बारे में आप स्थानीय लोगों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह बेहद प्राचीन मंदिर है। माना जाता है कि यही वह जगह है जहां भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने अपने वनवास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बिताया था।