Karwa Chauth 2024 : हमारा देश गौरवशाली इतिहास समेटे हुए हैं। यहां सालों भर कोई ना कोई त्योहार मनाया जाता है। सावन के बाद से लगातार त्योहारों की बौछार शुरू हो जाती है। आए-दिन कोई ना कोई त्योहार मनाया जाता है। हाल ही में नवरात्रि का त्योहार बिता है। तो वहीं अब करवा चौथ, धनतेरस, दिवाली, भाई दूज, छठ पूजा, आदि आने वाले हैं।
लोग पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं। घरों की साफ सफाई करने लगते हैं। बाजारों में अलग तरह की धूम देखने को मिलती है। लोग अपने जरूरत के हिसाब से सामान खरीदते हैं।
क्यों रखा जाता है ये व्रत
हिंदू धर्म में करवा चौथ को सुहागन महिलाओं के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। करवा चौथ के दिन सभी शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और चांद को देखकर अपना व्रत खोलती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 20 अक्टूबर को यह व्रत रखा जाएगा। वैसे तो हर महिला को व्रत अवश्य रखना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियों होती है, जब महिलाओं का करवा चौथ का व्रत ना रखना ज्यादा सही माना जाता है।
ये महिलाएं ना रखें व्रत
- जो महिला गर्भवती है, उन्हें करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि इस दौरान शरीर में काफी सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में व्रत का रखना स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा हानिकारक माना जा सकता है। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को भरपूर पोषण की जरूरत होती है, क्योंकि वह अपने साथ-साथ एक नन्हीं सी जान को अपने पेट में रखती है। ऐसे में व्रत रखना दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- जो स्त्री स्तनपान कराती हैं, उन्हें यह व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि बच्चों को पोषण की जरूरत होती है। ऐसे में निर्जला व्रत रखने से बच्चों को हानि पहुंच सकती है। इससे उनके सेहत पर भी गहरा असर देखने को मिल सकता है।
- जो महिलाएं शुगर पेशेंट है, उन्हें भी यह व्रत नहीं रखना चाहिए। ऐसे में शुगर लेवल अचानक से कम हो सकता है। बिना पानी के शुगर लेवल ऊपर और नीचे होता है, जिससे आपका स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है।
- जो महिलाएं किडनी की बीमारी से ग्रसित हो, उन्हें बिल्कुल भी यह व्रत नहीं करना चाहिए। क्योंकि बिना पानी के किडनी पर काफी गहरा असर पड़ता है। इससे आपको बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- कैंसर पेशेंट को बिल्कुल भी निर्जला व्रत नहीं रखना चाहिए। इससे उनकी सेहत को नुकसान हो सकता है, क्योंकि उन्हें दवाइयां को नियमित तौर पर खाना पड़ता है। ऐसे में बिना पानी के दवाई खाना मुमकिन नहीं है। इसलिए यह व्रत ना करें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)