क्या आपकी कुंडली में भी है शनि देव की ये स्थिति? मिलेगा कर्मफल के दाता का आशीर्वाद

कुंडली में शनि देव की स्थिति शुभ है या अशुभ, यह आपके कर्मों पर निर्धारित होता है। वह न्याय के देवता माने जाते हैं और जो जैसे कर्म करता है, उसे वैसा ही परिणाम भुगतना पड़ता है। इन संकेतों के माध्यम से आप पता कर सकते हैं कि आपकी कुंडली में उनकी स्थिति शुभ है या अशुभ।

Sanjucta Pandit
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Shani Dev : सनातन धर्म में शनि देव की पूजा का विशेष महत्व है, जो न्याय के देवता माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्रों में उन्हें कर्म कारक, कर्मफल दाता सहित न्याय का स्वामी भी माना जाता है, जो एक राशि में करीब ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। इस दौरान वह अपने भक्तों पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालते रहते हैं। कर्मों के अनुसार, लोगों को परिणाम देने वाले शनि देव की दृष्टि काफी महत्वपूर्ण है। लोग उनके नाम से ही डर जाते हैं। उनकी कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना भी करते हैं, क्योंकि यह दिन शनि देव को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि नियमित तौर पर शनि देव की पूजा की जाए, तो कुंडली में लगे शनि दोष खत्म हो जाते हैं। साथ ही, जातकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

यदि किसी की कुंडली में शनि की स्थिति शुभ है, तो इसका आपको सकारात्मक परिणाम मिलेगा। वहीं, यदि कुंडली में शनि की स्थिति अशुभ है, तो इससे जीवन में बहुत सारी परेशानियां आती रहेगी।

शनि देव की 3 दृष्टियां

शास्त्रों के अनुसार, शनि देव की तीन दृष्टियां होती हैं। जिनमें तृतीय, सप्तम और दशम शामिल है। जिनमें से शनि देव की तृतीया दृष्टि सबसे अधिक प्रतिकूल माना जाता है। यदि कुंडली में शनि देव की स्थिति सप्तम और दशम दृष्टि में है, तो इसका अर्थ शुभ माना जाता है। इससे परिवार में तरक्की के मार्ग खुलते हैं। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, कुंडली में शनि का प्रभाव अलग-अलग भावों में विभिन्न होता है। यदि आपके जीवन में कुछ ऐसे संकेत नजर आ रहे हैं या कुछ ऐसी घटनाएं घट रही हैं, तो इसे बिना कुंडली के भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि शनि देव की कृपा आप पर बनी हुई है या नहीं।

इन संकेतों से लगाएं पता

  • कुंडली में शनि देव की शुभ स्थिति होने पर व्यक्ति जीवन से जुड़ा रहता है और वह सभी के साथ अच्छा व्यवहार करता है। यह संकेत इस बात का प्रमाण है कि भगवान आप पर मेहरबान है।
  • यदि करियर में सफलता मिलती जा रही है। कड़ी मेहनत का सकारात्मक परिणाम मिल रहा है, तो इसका अर्थ है कि आपकी कुंडली में शनि देव की स्थिति शुभ है।
  • कुंडली में शनि देव की शुभ स्थिति व्यक्ति को ईमानदार बनाता है। वह हमेशा हर किसी की मदद को तैयार रहता है। ऐसे लोगों की स्वयं देवी देवता भी मदद करते हैं।
  • जो लोग अन्य के खिलाफ आवाज उठाते हैं, भेदभाव पसंद नहीं करते। ऐसे लोगों की कुंडली में भगवान शनि शुभ स्थिति में होते हैं।
  • जिन लोगों को दिखावा करना पसंद नहीं होता, वह घमंडी नहीं होते। ऐसे लोगों की कुंडली में भी स्वयं शनि देव शुभ स्थिति में विराजमान होते हैं और हमेशा उन पर अपनी अच्छी दृष्टि बनाए रखते हैं।

इन संकेतों से पता लगाया जा सकता है कि कुंडली में शनि देव की स्थिति शुभ है या अशुभ। आप आसानी से जान सकते हैं कि शनि देव आप पर हमेशा मेहरबान रहेंगे।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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