इस अद्भुत राजयोग ने बनाया अमिताभ बच्चन को राजा, कहीं आपकी कुंडली में भी तो नहीं ये योग? जानें

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Shadashtak Yog

Kahala Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में कई सारे राजयोग बताए गए हैं जो व्यक्ति की कुंडली में अगर पाए जाए तो उसका जीवन सफल हो जाता है। हालांकि सभी राजयोग व्यक्ति की कुंडली में नहीं पाए जाते हैं। इनमें से कुछ योग अच्छे और प्रभावशाली माने जाते हैं तो कुछ योग बुरा प्रभाव भी जातकों की कुंडली में दिखाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राजयोग का काफी ज्यादा महत्व माना गया है।

आज हम आपको एक ऐसे राजयोग के बारे में बताने जा रहे हैं जो अगर जातकों की कुंडली में बनता है तो उस जातक के अंदर नेतृत्व करने की क्षमता काफी ज्यादा होती है। सबसे ज्यादा यह योग एक्टर, सेना और पुलिस अधिकारियों की कुंडली में पाया जाता है।

इस योग की वजह से जातकों को कभी भी धन, समृद्धि, प्रसिद्धि और सफलता की कमी नहीं होती है। ना ही उन्हें जीवन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस योग की वजह से बॉलीवुड के बिग बी अमिताभ बच्चन भी आज पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। उनकी लोकप्रियता से सभी वाक्य है। आखिर वह योग कौन सा है? चलिए जानते हैं –

Kahala Rajyog कुंडली में निर्माण कैसे होता है निर्मित

हम बात कर रहे हैं काहल योग के बारे में। यह योग बहुत अत्यंत दुर्लभ माना जाता है। अगर जातकों की कुंडली के चौथे भाव के स्वामी नवे भाव के स्वामी के साथ युति करते हैं तब इसका निर्माण होता है। वहीं लग्न भाव के स्वामी या फिर चौथे भाव में बैठे हो या वह अपने स्वयं की राशि में विराजमान हो या फिर नवम भाव के स्वामी की राशि में हो या उससे उच्च राशि में हो तब भी इस योग का निर्माण होता है। हालांकि यह योग कुंडली में तब निर्मित होता है जब आपका कुंभ लग्न हो।

बॉलीवुड के महानायक कहलाए जाने वाले अमिताभ बच्चन की कुंडली में भी यह योग बना हुआ। दरअसल उनकी कुंडली कुंभ लग्न की है उनकी कुंडली में शनि देव शुक्र की राशि वृषभ में मौजूद है शुक्र जो नौवें भाव के स्वामी है, वह कन्या राशि के आठवें भाव में बैठे हुए हैं। आठवें भाव के स्वामी बुध के साथ नीच भंग राज्यों का निर्माण कर रहे हैं। वहीं दसवें भाव के स्वामी मंगल शुक्र के साथ मिलकर काहल योग का निर्माण कर रहे हैं।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Ayushi Jain

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