Kajari Teej 2024: हिन्दू धर्म में कजरी तीज का विशेष महत्व होता है। हर साल रक्षाबंधन के तीन दिन बाद भाद्रपद माह में पर्व पड़ता है। इस दिन महिलायें व्रत रखती हैं। पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और सफलता की कामना करती हैं। मान्यताएं हैं कि इस दिन व्रत रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। इस वर्ष 22 अगस्त को कजरी तीज का व्रत रखा जाएगा। इस दिन कुछ उपायों को करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन के कष्टों से मुक्ति भी मिलती है।
कजरी तीज पर आजमाएं ये उपाय
- इस दिन 5 पीली कौड़ियों को एक पीले रंग के कपड़े में बांधकर भगवान विष्णु के सामने रख दें। फिर श्रीहरि की पूजा करें। पूजा के बाद इस पोटली को तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन-धान्य की कमी नहीं होती।
- इस दिन काली गए की पूजा करें। गुड़-चना और रोटी खिलाएं। ऐसा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।
- शाम के समय चंद्रदेव को अर्घ्य देना चाहिए। एक लोटा जल में थोड़े से चावल के दाने डालकर चंद्रदेव को अर्पित करें। 11 बार “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से मानसिक तनाव दूर होता है।
- जीवनसाथ के साथ या अकेले बैठकर 108 बार “ॐ नमो भगवते नारायणाय” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
ऐसे करें पूजा
कजरी तीज के दिन सुबह जल्दी उठें। स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। सूर्यदेव को अर्घ्य दें। मंदिर की सफाई करें। व्रत का संकल्प लें। लकड़ी की चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिचाएं। भगवान शिव और पार्वती की तस्वीर स्थापित करें। जलाभिषेक करें। भोलेनाथ को बेलपत्र और धतूरा अर्पित करें। माँ गौरी को 16 शृंगार अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर आरती करें। कजरी तीज कथा का पाठ करें। रात के समय चंद्रदेव को अर्घ्य दें।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)