खरमास में इन 2 भाग्यशाली राशियों पर बरसेगी सूर्य देव की विशेष कृपा, मान-सम्मान में होगी वृद्धि

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, हर महीने सूर्य देव का राशि परिवर्तन होता है, लेकिन जब वह बृहस्पति की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं, तब खरमास की शुरुआत होती है।

Sanjucta Pandit
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Kharmas Rashifal : इस साल 15 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जहां वह 14 जनवरी 2025 तक विराजमान रहेंगे। यह समय सूर्य देव को प्रसन्न करने का उत्तम समय माना जाता है। वहीं, दो राशियां ऐसी भी होंगी, जिनपर सूर्य देव की विशेष कृपा बरसाने वाली है।

कुल मिलाकर इन राशि के जातकों के लिए यह खरमास खुशियों की सौगात लेकर आ सकता है। कहीं आप भी उन लकी राशियों की लिस्ट में नहीं शामिल हैं। इसके लिए पूरी आर्टिकल को पढ़ें।

कब लगता है खरमास?

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, हर महीने सूर्य देव का राशि परिवर्तन होता है, लेकिन जब वह बृहस्पति की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं, तब खरमास की शुरुआत होती है। इसलिए साल भर में दो बार खरमास लगता है। पौराणिक कथाओं में सूर्य देव को पृथ्वी का डाता माना गया है, उनके ताप और गर्मी के बिना जीवन संभव नहीं है। ऐसे में जब वह मीन या धनु राशि में गोचर कर रहे होते हैं, तो उनका प्रभाव कम हो जाता है। इसलिए मांगलिक कार्यक्रम करना अशुभ माना जाता है।

मेष राशि

खरमास के दौरान मेष राशि के जातकों पर सूर्य देव की विशेष कृपा बरसाने वाली है। कार्य क्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ने से मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होने के कारण मानसिक तनाव भी दूर होगा। किसी आध्यात्मिक स्थान पर जाने का प्लान बन सकता है। सारे बिगड़े हुए कार्य बन जाएंगे, प्रॉपर्टी खरीदने के लिए हाथ से यह समय बेहद अच्छा माना जा रहा है। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है।

सिंह राशि

इसके अलावा, खरमास के दौरान सिंह राशि के जातक पर भगवान सूर्य देव काफी अधिक मेहरबान होने वाले हैं। 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक इस राशि के जातकों के जीवन से सारी समस्याएं दूर हो जाएगी। माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी, जिस कारण आय में भी वृद्धि होगी। करियर के क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। छात्रों को मन मुताबिक परीक्षा परिणाम मिलेगा।

ना करें ये काम

खरमास के दौरान कुछ कार्य ऐसे होते हैं, जिनका करना वर्जित माना जाता है। मुंडन, गृह प्रवेश, सगाई जैसे शुभ कार्य भी नहीं करने चाहिए। इस दौरान नए कपड़े, संपत्ति, जमीन, आदि की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। वहीं, तामसिक भोजन का भी सेवन नहीं करना चाहिए। बहू-बेटियों की विदाई भी वर्जित है। ऐसा करने से उनके जीवन में तकलीफों का पहाड़ टूट सकता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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