दुर्भाग्य को दूर करने के लिए चमत्कारी है लाल किताब के ये उपाय, जल्द मिलेगा फायदा

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Lal Kitab upay

Lal Kitab Upay : अक्सर व्यक्ति के जीवन में किसी न किसी तरह की समस्या बनी रहती है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। वहीं इसमें धन भी खर्च करते हैं, लेकिन उन्हें किसी भी तरह का कोई फायदा देखने को नहीं मिलता है जिसके बाद वह निराश हो जाते हैं। लेकिन जीवन की तमाम परेशानियों को दूर करने के लिए लाल किताब में बताए गए उपाय सबसे ज्यादा कारगर माने जाते हैं।

जी हां लाल किताब एक ऐसी विधा है जिसमें बताए गए उपायों को अपनाकर जीवन की तमाम समस्याओं को खत्म किया जा सकता है। आज हम आपको दुर्भाग्य को दूर करने के कुछ सरल उपाय बताने जा रहे हैं जो लाल किताब में बताए गए हैं। इन उपायों को अपना कर आप बदकिस्मती, आर्थिक, संकट भाग्योदय कर सकते हैं। यह उपाय सबसे ज्यादा कारगर माने जाते हैं। इन उपायों को ज्योतिषों द्वारा भी काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है। चलिए जानते हैं वह कौन-कौन से उपाय हैं जो दुर्भाग्य को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।

ये है Lal Kitab के दुर्भाग्य को दूर करने के उपाय

यदि धन की बर्बादी नहीं होने देना है और घर में दुर्बलता का अनुभव हो रहा है तो उसके लिए आपको राई के पत्तों को पानी से भरे घड़े में डालकर उस जल को अभिमंत्रित करने के बाद उससे स्नान करना है। ऐसा करने से किसी भी व्यक्ति की दरिद्रता नष्ट हो जाएगी।

अगर आप लगातार पैसों से परेशान है नौकरी नहीं मिल रही है या फिर पदोन्नति नहीं हो रही है तो आपको किसी भी शुक्रवार के दिन एक दुकान पर जाकर एक स्टील का ताला खरीदना होगा। उसके बाद आपको ताले को खोल कर नहीं देखना है। अब इस ताले को शुक्रवार की रात अपने बेडरूम में रख दें। शनिवार की सुबह उठने के बाद ताले को बिना खोले किसी मंदिर में रख आए। जब भी कोई इस ताले को खोलेगा तो आपकी किस्मत खुल जाएगी।

ज्योतिषों की माने तो घर के मंदिर में चांदी के बर्तन नहीं रखना चाहिए। ये पितरों का प्रतिक होता है। इसके अलावा घर के मंदिर या घर में देवी दुर्गा, काली, या हनुमान की मूर्ति या तस्वीर नहीं होनी चाहिए। अगर ये है तो इसे तुरंत हटा दे। इससे घर में दरिद्रता आती है। साथ ही पैसों की तंगी बनी रहती है।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं। मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

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