Lal Kitab Upay : जीवन की सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप कई तरह के उपाय करते होंगे या फिर कर चुके होंगे। लेकिन उसके बाद भी आपको जीवन में लगातार परेशानियां बनी हुई रहती है जिसकी वजह से आप परेशान रहते हैं। लेकिन अब परेशान होनी की जरुरत नहीं है। लाल किताब में आपको हर समस्या का समाधान बताया गया है। लाल किताब एक ऐसी विधा है जो जीवन से जुड़ी तमाम समस्याओं को कुछ ही घंटों में दूर कर देती है।
अगर आप अपने जीवन में लगातार मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और चारों तरफ से बाधाओं से गिरे हुए हैं या फिर कुंडली में कालसर्प दोष बना हुआ है तो आज हम आपको कुंडली में कालसर्प दोष खत्म करने के लिए लाल किताब में बताए गए कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत कारगर माने जाते हैं। इन उपायों को कर के आप नौकरी में दिक्कत आने के साथ संतान संबंधी कष्ट और घर में कलेश दूर कर सकते हैं। चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में –
कालसर्प दोष क्या है?
ज्योतिषों की माने तो जब कुंडली में राहु और केतु एक दूसरे के सामने रहते हैं और बाकी सात ग्रह राहु और केतु के एक तरफ हो जाते हैं वहीं दूसरी तरफ अगर कोई भी ग्रह नहीं हो तो कालसर्प दोष बनता है।
Lal Kitab के इन उपायों से दूर करें कालसर्प दोष
कालसर्प दोष ठीक करने के लिए घर को हमेशा साफ़ रखना चाहिए। इतना ही नहीं घर का रसोई घर में बैठ कर ही खाना खाना चाहिए। इससे कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। वहीं हमेशा आपको घर की दीवार, टॉयलेट और बाथरूम को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। इससे आपको जल्द फायदा देखने को मिलेगा।
इसके अलावा अगर आप जल्द कालसर्प दोष से मुक्ति पाना चाहते है तो करीब 10 दिनों तक मंदिर की सीढ़ियों पर झाड़ू पोछा लगाएं। ऐसा करने से आपको जल्द फायदा देखने को मिलेगा और आपके जीवन की सभी परेशानियां भी जल्द दूर होगी।
अगर आप रोजाना माथे पर चंदन का टीका लगाते हैं तो भी आप कालसर्पदोष से मुक्ति पा सकते हैं। चंदन लगाना आपके लिए सबसे अनुकूल रहेगा। इसके अलावा अगर आप ठोस चांदी का हाथी रखना चाहिए। इससे आपके पास धन की कमी नहीं होगी और जीवन की सभी समस्या दूर होगी।
वहीं रोजाना हनुमान चालीसा करने से भी आपको लाभ मिल सकता है। इससे आप अपने कुंडली के सभी ग्रहों को ठीक कर सकते हैं। ये उपाय व्यवसाय में बढ़ोतरी भी करता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।