पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए कारगर है लाल किताब के ये 7 अचूक उपाय, जरूर आजमाएं

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Lal Kitab upay

Lal Kitab Upay : लाल किताब का ज्योतिष शास्त्र में काफी ज्यादा महत्व बताया गया है। लाल किताब एक ऐसी किताब है जिसमें कई सारे उपाय बताए गए हैं जो जीवन की कई सारी समस्याओं को कुछ ही दिनों में खत्म कर सकते हैं। वहीं अधिक से अधिक लाभ की प्राप्ति व्यक्ति को होने लगती है। इसमें कई ऐसे उपाय भी बताए गए हैं जो कुंडली के दोषों को भी दूर करने में मदद करते हैं। लाल किताब में आर्थिक स्थिति ठीक करने से लेकर पारिवारिक स्वास्थ्य कार्य शेत्र व्यापार शादी प्रेम और शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं के कई सारे उपाय बताए गए हैं।

अगर आप भी अपने जीवन में कुछ समस्याओं से परेशान हैं तो लाल किताब में बताए गए उपायों को अपनाकर दूर कर सकते हैं। लाल किताब में बताए गए उपाय महा 24 घंटों में असर दिखाना शुरू कर देते हैं। आज हम आपको लाल किताब में पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए बताए गए उपायों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। इन उपायों को कारगर माना जाता है। ये कुछ ही समय से असर दिखाना शुरू कर देते हैं। चलिए जानते हैं पितृदोष से मुक्ति पाने वाले उपायों के बारे में –

पितृदोष से मुक्ति दिलाएंगे Lal Kitab के ये 7 उपाय

जिन लोगों को पितृ दोष है, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके लिए कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपना कर आपको फायदा हो सकता है।

  1. पितृदोष से मुक्ति के लिए अमावस्या के दिन अपने पूर्वजों के नाम पर मंदिर में दूध, चीनी, श्वेत वस्त्र और दक्षिणा आदि दें।
  2. पितृदोष से मुक्ति के लिए पीपल की 108 परिक्रमा निरंतर 108 दिन तक लगाएं।
  3. परिवार के किसी सदस्य की अकाल मृत्यु होने पर उसके निमित्त पिंडदान अवश्य कराएं ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
  4. ग्रहण के समय दान अवश्य करें ऐसा करने से पितृदोष दूर होता है।
  5. पितृदोष से मुक्ति के लिए जन कल्याण के कार्य करें, वृक्षारोपण करें। जल की व्यवस्था में सहयोग दें।
  6. पितृदोष निवारण के लिए विशेष रूप से निर्मित यंत्र लगाकर एक विशेष यंत्र का 45 दिन विधिवत पाठ करके गृह शुद्धि करें।
  7. श्रीमद्भागवत का पाठ करें या श्रवण करें ऐसा करने से भी आपको फायदा मिल सकता है। इससे पितृदोष समाप्त हो जाता है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उनके आशीर्वाद से हमारा परिवार जो वास्तव में उनका ही एक अंश है सुखी हो जाता है।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Ayushi Jain

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