मंगल ग्रह शांति के उपाय, लाल किताब से जानें इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव

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Mangal Dosh Ke Effects

Lal Kitab Upay : लाल किताब में ग्रहों के बारे में विस्तार से बताया गया है। आज हम लाल किताब अनुसार मंगल ग्रह से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। दरअसल लाल किताब में मंगल ग्रह कौन अच्छा यानी शुभ ग्रह के साथ-साथ बड़ा ग्रह भी माना गया है। मंगल ग्रह का संबंध हनुमान जी से माना जाता है। मंगल एक ऐसा ग्रह है जो अपने नाम के अनुसार मंगलकारी भी होता है और नाशकारी भी होता है।

अगर किसी का मंगल अच्छा होता है तो उसे जीवन में किसी भी तरह की कोई समस्या झेलनी नहीं पड़ती है। लेकिन अगर किसी का मंगल खराब होता है तो उसे कई सारी समस्याओं का सामना जीवन में करना पड़ता है। आपको बता दे कुंडली के हिसाब से मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक का स्वामी माना जाता है।

मंगल ग्रह साहस, ऊर्जा, पराक्रम, शौर्य आदि का कारक माना जाता है। यह जिस व्यक्ति की कुंडली में अच्छा होता है। उसे व्यक्ति को हर चीज में वृद्धि देखने को मिलती है। लेकिन जब यह कमजोर होता है तो व्यक्ति रोग, नासूर, भंगदर जैसी बीमारियां झेलता है।

मंगल ग्रह का प्रभाव

सकरात्मक प्रभाव

मंगल ग्रह कुंडली में अच्छे और बुरे दोनों परिणाम देते हैं। अगर मंगल मजबूत होता है तो व्यक्ति निडर होता है उसे ऊर्जावान माना जाता है। विपरीत परिस्थितियों में भी वह डटकर चुनौतियों से लड़ने में विश्वास रखता है और जीत हासिल कर सफलता प्राप्त करता है। उसे व्यक्ति का पारिवारिक जीवन भी काफी अच्छा होता है। भाई बहन भी अपने क्षेत्र में उन्नति करते हैं।उनके पास धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती है।यह धन से परिपूर्ण होते हैं।

नकारात्मक प्रभाव

लेकिन जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होता है तो उसे व्यक्ति को जीवन में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति हमेशा रोग से पीड़ित रहता है। उसे दुर्घटना का सामना भी करना पड़ता है। पारिवारिक जीवन में भी कई सारी समस्याएं उत्पन्न होती है। वहीं शत्रुओं से पराजय, जमीन संबंधित विवाद, कर्ज आदि समस्याओं का सामना भी उन व्यक्तियों को करना पड़ता है।

मंगल ग्रह शांति के उपाय

  • बड़ वृक्ष की जड़ में मीठा दूध और पानी डालें। उसके बाद उसकी मिट्टी को नाभि पर लगाएं।
  • घर में ठोस चांदी का टुकड़ा रखें
  • घर आयी बहन को मिठाई देने के बाद ही विदा करें।
  • धार्मिक स्थल पर गुड़, चने की दाल आदि का दान जरूर करना चाहिए।
  • दूसरों को मीठा खिलाएं और संभव हो तो स्वयं भी मीठा खाएं।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


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Ayushi Jain

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