सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। इस खास मौके पर भक्तगण सुबह से ही मंदिरों में जाते हैं और उनकी पूजा-अर्चना में लीन हो जाते हैं। मंदिर परिसर में साफ-सफाई करने के अलावा लोग इसे फूलों से भी सजाते हैं। सुबह-शाम मंत्र उच्चारण के साथ आरती की जाती है। इस खास महीने में चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है, क्योंकि इस दौरान बारिश का दौर भी जारी रहता है। ऐसे में मौसम खुशनुमा बना रहता है।
सावन के महीने में आने वाले मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत किया जाता है, जो कि मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन सुहागिन महिलाएं विधि-विधान पूर्वक व्रत रखकर पूजा-पाठ करती हैं।
मंगला गौरी व्रत
ऐसे में 4 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार मनाया जा चुका है। वहीं, अब 5 अगस्त को यानी कल सावन का आखिरी मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। इस दिन कुछ खास उपाय करके भगवान शिव के साथ माता पार्वती को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। इसके लिए व्रत रखने वाली कुंवारी लड़कियों और सुहागिन महिलाओं को थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत है। वे आसानी से देवी मां की कृपा प्राप्त कर सकती हैं और अपना वैवाहिक जीवन खुशहाल तरीके से जी सकती हैं।
करें ये उपाय
- मंगला गौरी व्रत रखने के साथ ही आप आखिरी मंगलवार को मां गौरी की पूजा-पाठ करने के साथ ही व्रत कथा का पाठ भी कर सकती हैं।
- सावन के आखिरी मंगलवार के दिन मां पार्वती को 16 श्रृंगार की सामग्री जरूर अर्पित करें। इससे आपको सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद मिलेगा।
- मां को भोग के तौर पर इस दिन खीर का भोग चढ़ाएं। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- आप चाहें तो पूजा-पाठ खत्म करने के बाद शिव चालीसा और पार्वती चालीसा का पाठ कर सकती हैं, जिससे आपको जीवन में हमेशा अच्छे परिणाम ही मिलेंगे।
- इस व्रत को मनाना शादीशुदा महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। इस खास मौके पर विवाहित महिलाओं को खासकर मंगला गौरी स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए, जिससे आपके जीवन में चल रही तमाम परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
करें मंत्रों का जाप
मंगला गौरी व्रत के आखिरी दिन आप “सर्व मंगला मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्र्यंबके गौरि नारायणी नमोऽस्तुते।”, “ही मंगल गौरी विवाह वर्घनाय स्वाहा।”, “ऊं गौरीशंकराय नमः” जैसे मंत्रों का जाप कर सकती हैं, जिससे पार्वती जी के साथ भगवान शिव और देवी लक्ष्मी की कृपा भी आप पर बरसेगी। इसके अलावा, सभी देवी-देवताओं का आपके घर पर आगमन होगा।





