Mon, Dec 29, 2025

नींबू का पौधा क्यों नहीं बढ़ रहा? घर में पड़े अंडे के छिलके देंगे चमत्कारी ग्रोथ

Written by:Bhawna Choubey
Published:
अगर आपके नींबू के पौधे की ग्रोथ रुक गई है और पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं। बस अंडे के छिलके को तीन अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल करें। ये घरेलू नुस्खा पौधे की जड़ों को मजबूती देगा, मिट्टी को पोषक बनाएगा और नींबू की पैदावार भी बढ़ा देगा।
नींबू का पौधा क्यों नहीं बढ़ रहा? घर में पड़े अंडे के छिलके देंगे चमत्कारी ग्रोथ

गर्मियों में अगर नींबू का रस घर में न मिले तो खाने का स्वाद अधूरा लगता है। लेकिन अक्सर घर की किचन गार्डनिंग करने वालों की शिकायत रहती है कि नींबू का पौधा धीरे-धीरे बढ़ता है या उसमें फूल-फल जल्दी नहीं आते। ऐसे में लोग महंगे केमिकल फर्टिलाइज़र और रेडीमेड खाद पर पैसा खर्च कर देते हैं, लेकिन रिज़ल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं मिल पाता।

अब सोचिए, अगर आपकी किचन से निकलने वाला एक साधारण सा वेस्ट अंडे का छिलका आपके नींबू के पौधे के लिए वरदान साबित हो जाए, तो? जी हां, अंडे का छिलका कैल्शियम और मिनरल्स से भरपूर होता है, जो नींबू के पौधे की ग्रोथ को तेजी से बढ़ाता है। यह न केवल पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है, बल्कि मिट्टी की क्वालिटी सुधारकर पैदावार को भी दोगुना कर देता है।

अंडे के छिलके से नींबू के पौधे की ग्रोथ कैसे बढ़ाएं?

1. छिलके का पाउडर बनाकर खाद में मिलाएं

अंडे के छिलकों को अच्छे से धोकर धूप में सुखा लें और फिर मिक्सर में बारीक पाउडर बना लें। इस पाउडर को नींबू के पौधे की जड़ों के पास मिट्टी में मिलाएं। इसमें मौजूद कैल्शियम पौधे को पोषण देगा और मिट्टी का pH बैलेंस सही रखेगा। इससे पौधे की पत्तियां हरी-भरी होंगी और फलने-फूलने की प्रक्रिया तेज होगी।

2. छिलकों को पानी में उबालकर फर्टिलाइज़र स्प्रे बनाएं

एक लीटर पानी में 6–7 अंडे के छिलके डालकर 15 मिनट तक उबालें। ठंडा होने के बाद इस पानी को छानकर नींबू के पौधे की जड़ों में डालें या स्प्रे बोतल में भरकर पत्तियों पर छिड़कें। यह नेचुरल लिक्विड फर्टिलाइज़र पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और कीटों से बचाव करता है।

3. कीट नियंत्रण के लिए छिलके के टुकड़े डालें

अगर नींबू के पौधे में चींटियां, घोंघे या छोटे कीड़े लगते हैं तो अंडे के छिलकों को मोटे टुकड़ों में तोड़कर मिट्टी की ऊपरी परत पर फैला दें। इसके तेज किनारे कीटों को पास आने से रोकते हैं। साथ ही यह धीरे-धीरे मिट्टी में घुलकर पौधे को जरूरी पोषक तत्व भी देता है।