Chaitra Navratri Ashtami : कल यानि 29 मार्च बुधवार को चैत्र नवरात्रि की महाष्टमी पड़ रही है। इस दिन का बेहद ही खास महत्व होता है। हवन से लेकर कन्या पूजन जैसे कार्य इस दिन ही संपन्न किए जाते हैं। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर माता के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन देवी की पूजा आराधना विधिपूर्वक और श्रद्धा भाव के साथ करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होते हैं। साथ ही कष्टों का निवारण भी होता है। लेकिन कुछ गलतियां मां दुर्गा को रुष्ट भी कर सकती हैं। इसलिए महाअष्टमी की तिथि पर कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
इन रंगों के वस्त्र ना पहनें
अष्टमी की पूजा के दौरान काले रंग और नीले रंग के वस्त्र धारण करने से बचें कहते हैं। इन रंगों के कपड़े पहनने से घर में नकारात्मकता आती है। लाल और पीला रंग का वस्त्र धारण करना शुभ होगा।
मुहूर्त का रखें ख्याल
देवी की पूजा शुभ मुहूर्त के अनुसार करनी चाहिए। इस दिन सूर्योदय से पहले सुबह जल्दी उठकर और स्नानकर पूजा सम्पन्न करनी चाहिए।
पूजा के बाद ना करें ये काम
महाअष्टमी की पूजा करने के बाद दिन में सोना अशुभ माना जाता है। मान्यताएं है कि ऐसा करने से पूजा का फल प्राप्त नहीं होता।
ऐसा करने से नहीं मिलता पूजा का फल
इस दिन दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ ध्यानपूर्वक करना चाहिए। पाठ के दौरान दूसरे की दूसरों की बातों पर ध्यान न दें। ऐसा करने से आपकी पूजा पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव पड़ता है और कोई फल प्राप्त नहीं होता।
हवन में दौरान ना करें ये काम
अष्टमी के दिन हवन करना शुभ माना जाता है। हवन के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है। ध्यान रहे कि हवन के दौरान कुंड से हवन सामग्री बाहर नहीं गिरे।
(Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है, जो मान्यताओं पर आधारित हैं। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)