महादेव की पूजा शिवलिंग का रुद्राभिषेक कर किया जाता है। कुछ चीज ऐसी हैं, जिन्हें अर्पित करने पर भक्त की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। इसके अलावा सनातन धर्म में शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को लेकर भी कुछ नियम है। जिसके तहत, इस प्रसाद को घर लाना शुभ है या नहीं इसके बारे में बताया गया है। शिव पुराण के अनुसार, महादेव को अर्पित प्रसाद खाने से व्यक्ति के पाप नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा, पारद शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद भी खाया जा सकता है।
शिवलिंग का प्रसाद
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर भक्त द्वारा चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को लेकर नियम बनाए गए हैं। जिसके तहत, यह प्रसाद चंदेश्वर को समर्पित किया जाता है, जो कि भूत-प्रेत के प्रधान है। यह भगवान शिव के ही एक गण के रूप में जाने जाते हैं। ऐसे में मिट्टी, पत्थर या फिरी चीनी मिट्टी से बने शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद को कभी ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसे में आप शिवलिंग पर चढ़ाए हुए प्रसाद को नदी में भी प्रवाहित कर सकते हैं।

चढ़ाएं ये चीजें
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, आप शिवलिंग पर गंगाजल, बेलपत्र, दही, दूध, शहद, चावल, काला तिल, गेहूं, धतूरा, भांग, कपूर, सफेद चंदन, भस्म, आदि अर्पित कर सकते हैं। इससे जीवन में सुख और शांति आएगी। इसके अलावा, आप केला, नारियल, आदि जैसे फल भी चढ़ा सकते हैं।
शिवलिंग के नियम
- बता दें कि शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल उंगलियों से लेकर अपनी आंख, गले और माथे पर लगाना चाहिए। इससे महादेव अति शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
- शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए तांबे, पीतल या फिर चांदी के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए।
- इस दौरान मन में किसी के प्रति ईष्या, द्वोष, जलन की भावना नहीं रखनी चाहिए। इससे भगवन खुश होने के बजाए आपसे रुष्ट हो सकते हैं।
- भूलकर भी शिवलिंग पर तुलसी, शंख, श्रीफल सिंदूर, हल्दी, केतकी, कनेर के फूल, नारियल का पानी व टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, ऐसा करने से भगवान शिव का प्रकोप आपको झेलना पड़ सकता है। आपके जीवन में तमाम तरह की बाधाएं आ सकती हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)