Rajyog 2023 : दिवाली पर अष्ट योग का मिलेगा लाभ, धन संपत्ति-प्रतिष्ठा में वृद्धि, बढ़ेगा मान सम्मान, 30 नवंबर से इस राजयोग से 3 राशियों को सफलता, भाग्योदय

Kashish Trivedi
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Rajyog, राजयोग

Malavya Rajyog, Rajyog 2023, राजयोग : ग्रहों की स्थिति से जातकों के जीवन में अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। शुक्र का गोचर एक बार फिर से कई राशियों के लिए बेहद समृद्धि भरा साबित होगा। शुक्र के गोचर के साथ मालव्य महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा। मालव्य महापुरुष राजयोग को बेहद शुभ राजयोग माना जाता है।

दरअसल मालव्य महापुरुष राजयोग, जिन व्यक्ति की कुंडली में होता है, वह व्यक्ति राजाओं जैसी जिंदगी जीना पसंद करते हैं। उन्हें धन संपत्ति के कमी नहीं रहती। दिवाली के बाद इस राजयोग का निर्माण हो रहा है। दरअसल 30 नवंबर को शुक्र का गोचर तुला राशि में होगा। जिसके साथ ही कई राशियों के लिए समृद्धि भरे दिन शुरू होंगे। मालव्य महापुरुष राजयोग से तीन राशियों को लाभ मिलने वाला है।

तुला

तुला राशि में इस राजयोग के निर्माण होने पर अच्छे दिन शुरू होंगे। व्यापारियों को कारोबार में सफलता मिलेगी। शादीशुदा लोगों के जीवन में वैवाहिक सुख का लाभ मिलेगा। शुक्र अष्टम भाव के स्वामी है। ऐसे में रिसर्च से जुड़े लोगों को शानदार लाभ मिल सकता है। साहस पराक्रम में वृद्धि होगी। तर्क शक्ति मजबूत होगी।

मकर

मकर राशि के लिए यह राजयोग बेहद शुभ होने वाला है। यह आपके कर्म भाव में बनेगा। ऐसे में करियर्स में ऊंची छलांग लगाएंगे। नई नौकरी मिल सकती है। पैतृक संपत्ति का लाभ मिलेगा। आकस्मिक धन लाभ के योग मिल रहे हैं। कला के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे सौंदर्य प्रेमी बनेंगे। गीत संगीत फिल्म कला के कार्यों में सफलता हासिल होगी। वही सौंदर्य का लाभ मिलेगा।

कन्या

कन्या राशि को इस राजयोग से लाभ मिलेगा। राजयोग आपके धन और वाणी के भाव में बनने जा रहा है। ऐसे में आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। वाणी का प्रभाव पड़ेगा। विदेश जाने के आसार है। मांगलिक कार्य में शामिल होंगे। फंसा हुआ धन वापस मिल सकता है भाग्योदय होगा।

दीपावली 8 शुभ योग में मनाई जाएगी

वहीं 12 नवंबर को दीपावली 8 शुभ योग में मनाई जाएगी। अमावस्या दोपहर 2:30 बजे से शुरू होगी। प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन के वक्त पांच राजयोग का निर्माण होगा। दरअसल आयुष्मान योग के अलावा सौभाग्य महालक्ष्मी योग भी बनेंगे। रवि पुष्य के साथ अष्ट महायोग का दुर्लभ सहयोग कई सालों के बाद निर्मित हो रहा है। ऐसे में सुख समृद्धि बढ़ेगी।

गजकेसरी, काहल हर्ष और दुर्धरा नाम के राजयोग भी बनेंगे। गज केसरी से सम्मान, हर्ष योग से धन संपत्ति, काहल योग से स्थिरता और सफलता सहित आर्थिक संपन्नता में वृद्धि होगी।

Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक, ग्रंथो और जानकारी पर आधारित है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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