मंगल ग्रह को कुंडली में उग्र और प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। जब यह ग्रह किसी विशेष स्थान पर बैठता है, जैसे कि पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में, तो मंगल दोष बनता है। इसे ‘मांगलिक दोष’ भी कहा जाता है। माना जाता है कि मंगल दोष वाले व्यक्ति के जीवन में तनाव, रिश्तों में परेशानी, करियर में बाधाएं और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
मंगल दोष से प्रभावित व्यक्ति को विवाह में देरी, वैवाहिक कलह और यहां तक कि तलाक जैसी स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है। कई बार करियर में बार-बार नौकरी छूटना, प्रमोशन न होना या संघर्षपूर्ण जीवन का कारण भी यही दोष होता है।
कैसे पहचानें कि कुंडली में है मंगल दोष?
मंगल दोष का पता केवल जन्म कुंडली की सही जांच से ही लग सकता है। लेकिन इसके कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जो संकेत देते हैं कि मंगल का प्रभाव नकारात्मक हो सकता है।
1. करियर में बार-बार रुकावटें
अगर कोई व्यक्ति बहुत मेहनत कर रहा है लेकिन बार-बार नौकरी छूट रही हो या प्रमोशन रुक रहा हो, तो यह मंगल दोष का संकेत हो सकता है। मंगल की उग्रता व्यक्ति को चिड़चिड़ा और अस्थिर बना देती है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है।
2. वैवाहिक जीवन में तनाव या विवाह में देरी
मंगल दोष से पीड़ित लोगों के लिए सही जीवनसाथी मिलना मुश्किल हो सकता है। अगर रिश्ता तय होते-होते टूट जाए, या विवाह के बाद लगातार तनाव बना रहे, तो यह संकेत देता है कि कुंडली में मांगलिक दोष हो सकता है।
3. गुस्सा, चोट और दुर्घटनाओं की प्रवृत्ति
मंगल ग्रह का संबंध रक्त, अग्नि और ऊर्जा से होता है। इसलिए जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, वे अक्सर गुस्से में रहते हैं, जल्दी आक्रामक हो जाते हैं और कभी-कभी उन्हें शारीरिक चोट या एक्सीडेंट का भी सामना करना पड़ता है।
मंगल दोष को दूर करने के आसान ज्योतिषीय उपाय
1. हनुमान जी की पूजा करें
मंगल ग्रह को शांत करने के लिए हनुमान जी की आराधना सबसे कारगर मानी जाती है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, हनुमान मंदिर में जाकर सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। यह उपाय मंगल दोष को काफी हद तक कम करता है।
2. मंगलवार का व्रत रखें
मंगलवार का व्रत रखने से मंगल ग्रह की उग्रता शांत होती है। इस दिन लाल वस्त्र धारण करें, मसूर की दाल का दान करें और गरीबों को भोजन कराएं। यह उपाय विशेष रूप से अविवाहित युवाओं और विवाह में देरी झेल रहे लोगों के लिए उपयोगी होता है।
3. कुंडली मिलान और विशेष पूजा
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है, तो मांगलिक विवाह करना चाहिए यानी किसी दूसरे मांगलिक व्यक्ति से विवाह करने से दोष का प्रभाव कम हो जाता है। इसके अलावा, मंगल शांति पूजा, नवग्रह पूजा और अंगारक स्तोत्र का पाठ जैसे विशेष उपाय भी ज्योतिषाचार्य की सलाह पर किए जा सकते हैं।





