Mangal Ki Mahadasha : वैदिक ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से कुंडली में 12 राशियां होती है। सभी राशियों का अपना ग्रह और स्वामी होता है। ऐसे में कुछ कुंडलियों में ग्रह बहुत मजबूत होता है तो कुछ में कमजोर। ऐसे में जिस भी व्यक्ति की कुंडली में ग्रह कमजोर होते हैं उसे जीवन में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह का अपना अलग महत्व माना गया है। ऐसे में मंगल ग्रह को सबसे ज्यादा स्ट्रांग माना गया है।
जिस भी व्यक्ति की कुंडली में मंगल मजबूत होता है उसे जीवन में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता लेकिन जिसकी कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होता है या मंगल की महादशा होती है उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। उसके अपने जीवन को रो-रो कर काटना पड़ता है। इतना ही नहीं मंगल का बुरा प्रभाव 7 सालों तक झेलना पड़ता है। इन 7 सालों में व्यक्ति को भूमि, संपत्ति, स्वास्थ्य आदि से जुड़ी कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको मंगल की महादशा के लक्षण और उसके उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं –
मंगल की महादशा के लक्षण
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल कमजोर होता है तो उसे इसके संकेत पहले से ही मिलने लग जाते हैं। अगर सही समय पर मंगल के लक्षण समझ लिए जाए तो व्यक्ति मुश्किलों से बच सकता है लेकिन नहीं समझा जाए तो उसे रो-रो कर अपना जीवन गुजारना पड़ता है। आपको बता दे, जिस भी व्यक्ति का मंगल कमजोर होता है उसे नेत्र रोग, उच्च रक्तचाप, पथरी, बुखार, हेयरफॉल, धन हानि, एक्सीडेंट आदि समस्या उत्पन्न हो जाती है। इतना ही नहीं इसकी वजह से व्यक्ति में घमंड, गुस्सा, मांस-मदिरा का सेवन, धोखा देने की समस्या भी बढ़ जाती है।
मंगल मजबूत करने के उपाय
- मंगलवार के दिन लाल कपड़े पहनें।
- ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: का जाप करें।
- मंगलवार के दिन व्रत रखें।
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें।
- मंगलवार के दिन सिंदूर में थोड़ा सा चमेली का तेल मिलाएं और उसका इस्तेमाल करें।
- साथ ही हनुमान जी को चोला चढ़ाएं।
- मंगल मजबूत करने के लिए मूंगा भी धारण कर किया जा सकता है।
- लाल कपड़ा, तांबा, गेंहू, गुड़ आदि का दान करें।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।