माघ माह में आने वाली मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2025) का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. प्रयागराज महाकुंभ में इस दौरान मौनी अमावस्या के दिन स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, लाखों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु पवित्र नदी में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुँच रहे हैं.
मौनी अमावस्या का दिन धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है, क्योंकि इस दिन गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति को शांति का अनुभव होता है. इसके अलावा इस दिन जरूरतमंदों को दान करने का भी महत्व है, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है. ऐसा माना जाता है कि मौनी अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के लिए पितरों की पूजा करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना भी संभव है.
तिल का दान (Mauni Amavasya 2025)
मौनी अमावस्या के दिन व्रत रखने और श्री हरि की विधिपूर्वक पूजा करने के साथ तिल का दान करना अत्यंत फलदायी माना जाता है. तिल का दान न केवल पुण्य अर्जित करने का एक उपाय है, बल्कि इससे जीवन में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और धन धान्य की कमी नहीं रहती है.
पापों से मुक्ति
इसे विशेष रूप से तात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि तिल का दान करने के बाद विष्णु लोक में स्थान प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है. इस दिन तिल का दान करके व्यक्ति अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करता है और भगवान श्री विष्णु की कृपा से उसके जीवन यात्रा में सुख शांति का वास होता है.
मौनी अमावस्या के दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए विशेष रूप से दिल से तर्पण करने की परंपरा है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करके लौटे से जल लेकर तिल से तर्पण करना पितृ देवताओं को प्रसन्न करता है और पित्र दोष से मुक्ति दिलाता है.
पितृदोष समाप्त करने के लिए
माना जाता है कि इस उपाय से पितृदोष समाप्त होते हैं और परिवार में सुख शांति का वास होता है. इसके साथ ही सुबह और शाम के समय तिल के तेल को पीपल या तुलसी के नीचे जलाना भी अत्यंत प्रभावी माना जाता है.
जिससे पितृ देवता प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है. इस दिन किए गए तर्पण से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और पित्र दोष का निवारण होता है.
शनि दोष से मुक्ति के लिए
मौनी अमावस्या के दिन शनि दोष से मुक्ति के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं. जिनकी कुंडली में शनि दोष है उन्हें इस दिन काले तिल का दान करना बेहद शुभ माना जाता है. काले तिल का दान करने से शनि का अशुभ प्रभाव कम होता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं.
यह उपाय न केवल शनि दोष को दूर करता है बल्कि व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और शांति भी लाता है. मौनी अमावस्या के दिन किए गए इन धार्मिक उपायों से व्यक्ति को मानसिक और आत्मिक शांति का अनुभव होता है.