Mohini Ekadashi 2023: वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। 1 मई को मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा। हिंदू धर्म में मोहिनी एकादशी का बेहद ही खास महत्व है। मोहिनी भगवान विष्णु का ही स्त्री स्वरूप है। इस दिन विधि अनुसार भगवान विष्णु की पूजा करने से बेहद लाभ होता है। श्री हरी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं जीवन की उलझन और मोह माया से निकलकर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
रवि योग में होगी पूजा
इस साल रवि योग में एक मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा सुबह 5:41 बजे से लेकर शाम 5:51 बजे तक यह शुभ योग बना रहेगा। पूजा करना बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। मोहिनी एकादशी की शुरुआत 30 अप्रैल रात 8:28 बजे से होगी और 1 मई रात 1:09 बजे इसका समापन होगा।
पूजा विधि और उपाय
- सुबह जल्द उठकर सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
- इसके बाद एक कलश स्थापना कर भगवान विष्णु की पूजा आरंभ करें।
- मोहिनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ जरूर करें या फिर सुने।
- रात के समय नारायण का स्मरण करें और भजन कीर्तन करते हुए जागरण करें।
- द्वादशी के दिन एकादशी व्रत का पारण किया जाता है।
- जरूरतमंद और ब्राह्मणों को दान दक्षिणा करने से लाभ होता।
- पहले जरूरतमंदों और ब्राह्मणों को भोजन करवाएं, उसके बाद ही आप भोजन ग्रहण करें।
(Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News इन बातों की पुष्टि नहीं करता।)