Monday Special: सोए हुए भाग्य को जगाएं, करें ये काम, भगवान शिव की बनेगी कृपा

Monday Special: शिव चालीसा भगवान शिव की भक्ति का एक सरल और प्रभावी तरीका है। यदि आप भगवान शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, तो शिव चालीसा का पाठ अवश्य करें।

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Monday Special: हिन्दू धर्म में, भगवान शिव को शिव, महादेव, महेश, शंकर, आदि अनेक नामों से जाना जाता है। वे विनाश और सृष्टि के देवता माने जाते हैं। शिव चालीसा का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, पापों का नाश होता है, और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान शिव हिंदू धर्म में सबसे पूजनीय देवताओं में से एक हैं। उनकी पूजा न केवल मोक्ष प्राप्ति के लिए, बल्कि सुख, समृद्धि, यश, कीर्ति और वैभव प्राप्ति के लिए भी की जाती है। शिव पुराण में सोमवार को भगवान शिव की पूजा और व्रत रखने का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। माता पार्वती ने भी भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए सोमवार का व्रत रखा था। इस प्रकार, भगवान शिव की पूजा, विशेष रूप से सोमवार को, सभी मनोकामनाओं की पूर्ति और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का एक शक्तिशाली माध्यम है।

पूजा विधि

शिव चालीसा का पाठ किसी भी शुभ दिन या सोमवार को किया जा सकता है।

स्नान और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थान को स्वच्छ करें और गंगाजल छिड़कें।
भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें।
दीप, धूप, नैवेद्य और फूल अर्पित करें।
शांत मन से शिव चालीसा का पाठ करें।
अंत में, भगवान शिव से प्रार्थना करें।

भगवान भैरव चालीसा

दोहा

श्री भैरव सङ्कट हरन,मंगल करन कृपालु।

करहु दया जि दास पे,निशिदिन दीनदयालु॥

॥ चौपाई ॥

जय डमरूधर नयन विशाला।

श्याम वर्ण, वपु महा कराला॥

जय त्रिशूलधर जय डमरूधर।

काशी कोतवाल, संकटहर॥

जय गिरिजासुत परमकृपाला।

संकटहरण हरहु भ्रमजाला॥

जयति बटुक भैरव भयहारी।

जयति काल भैरव बलधारी॥

अष्टरूप तुम्हरे सब गायें।

सकल एक ते एक सिवाये॥

शिवस्वरूप शिव के अनुगामी।

गणाधीश तुम सबके स्वामी॥

जटाजूट पर मुकुट सुहावै।

भालचन्द्र अति शोभा पावै॥

कटि करधनी घुँघरू बाजै।

दर्शन करत सकल भय भाजै॥

कर त्रिशूल डमरू अति सुन्दर।

मोरपंख को चंवर मनोहर॥

खप्पर खड्ग लिये बलवाना।

रूप चतुर्भुज नाथ बखाना॥

वाहन श्वान सदा सुखरासी।

तुम अनन्त प्रभु तुम अविनाशी॥

जय जय जय भैरव भय भंजन।

जय कृपालु भक्तन मनरंजन॥

नयन विशाल लाल अति भारी।

रक्तवर्ण तुम अहहु पुरारी॥

बं बं बं बोलत दिनराती।

शिव कहँ भजहु असुर आराती॥

एकरूप तुम शम्भु कहाये।

दूजे भैरव रूप बनाये॥

सेवक तुमहिं तुमहिं प्रभु स्वामी।

सब जग के तुम अन्तर्यामी॥

रक्तवर्ण वपु अहहि तुम्हारा।

श्यामवर्ण कहुं होई प्रचारा॥

श्वेतवर्ण पुनि कहा बखानी।

तीनि वर्ण तुम्हरे गुणखानी॥

तीनि नयन प्रभु परम सुहावहिं।

सुरनर मुनि सब ध्यान लगावहिं॥

व्याघ्र चर्मधर तुम जग स्वामी।

प्रेतनाथ तुम पूर्ण अकामी॥

चक्रनाथ नकुलेश प्रचण्डा।

निमिष दिगम्बर कीरति चण्डा॥

क्रोधवत्स भूतेश कालधर।

चक्रतुण्ड दशबाहु व्यालधर॥

अहहिं कोटि प्रभु नाम तुम्हारे।

जयत सदा मेटत दुःख भारे॥

चौंसठ योगिनी नाचहिं संगा।

क्रोधवान तुम अति रणरंगा॥

भूतनाथ तुम परम पुनीता।

तुम भविष्य तुम अहहू अतीता॥

वर्तमान तुम्हरो शुचि रूपा।

कालजयी तुम परम अनूपा॥

ऐलादी को संकट टार्यो।

साद भक्त को कारज सारयो॥

कालीपुत्र कहावहु नाथा।

तव चरणन नावहुं नित माथा॥

श्री क्रोधेश कृपा विस्तारहु।

दीन जानि मोहि पार उतारहु॥

भवसागर बूढत दिनराती।

होहु कृपालु दुष्ट आराती॥

सेवक जानि कृपा प्रभु कीजै।

मोहिं भगति अपनी अब दीजै॥

करहुँ सदा भैरव की सेवा।

तुम समान दूजो को देवा॥

अश्वनाथ तुम परम मनोहर।

दुष्टन कहँ प्रभु अहहु भयंकर॥

तम्हरो दास जहाँ जो होई।

ताकहँ संकट परै न कोई॥

हरहु नाथ तुम जन की पीरा।

तुम समान प्रभु को बलवीरा॥

सब अपराध क्षमा करि दीजै।

दीन जानि आपुन मोहिं कीजै॥

जो यह पाठ करे चालीसा।

तापै कृपा करहु जगदीशा॥

दोहा

जय भैरव जय भूतपति,जय जय जय सुखकंद।

करहु कृपा नित दास पे,देहुं सदा आनन्द॥

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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