सनातन धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा करने का विधान है। इसके अलावा, राधा की भी पूजा की जाती है। इससे साधक के जीवन से कष्टों का समापन होता है। वहीं, हर महीने में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है, जो कि आज यानी 20 मई को है। इस दिन लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही उनके पसंदीदा चीजों को भोग के तौर पर लगाया जाता है। इस दिन व्रत करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूजा के दौरान आरती जरूर करनी चाहिए। जिससे साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा बनती है।

शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 20 मई को सुबह 5:51 पर शुरू हो चुकी है। जिसका समापन 21 मई को सुबह 4:55 पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, आज ही मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। जब पूजा के लिए शुभ समय देर रात 11:57 से 12:38 तक है।
शुभ योग
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, आज इंद्र और शिवदास योग समिति कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दौरान भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना करने से साधक को सभी प्रकार की भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी दुख और संकट दूर होंगे। इस दौरान देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग शाम 07 बजकर 32 मिनट तक है। इसके बाद शतभिषा नक्षत्र का निर्माण होगा। इसके साथ ही बव, बालव एवं कौलव करण के संयोग हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)