खूब बीमार होते हैं इस नामाक्षर के लोग, फिर भी नहीं करते फिक्र, जानें स्वभाव

Published on -
Name Astrology

Name Astrology : वैदिक ज्योतिष में कुंडलियों के साथ-साथ नाम को भी काफी ज्यादा महत्व दिया जाता है। जिस तरह व्यक्ति कुंडली से अपने जीवन से जुड़ी बातों के बारे में जान सकता है, उसी तरह नाम का पहला अक्षर भी व्यक्ति के जीवन से जुड़ी बातों का खुलासा कर देता है।

अगर आपके पास आपकी जन्म कुंडली मौजूद नहीं है और आप जीवन से जुड़ी तमाम बातों के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको बता दे आप अपने नाम के पहले अक्षर से अपने भविष्य ,कैरियर, व्यक्तित्व, लव लाइफ और अन्य चीजों के बारे में जान सकते हैं।

दरअसल, बच्चों का नामकरण कुंडली मिलान करने के बाद जो अक्षर आता है। उसे पर किया जाता है इस वजह से ज्योतिष शास्त्र में नाम के पहले अक्षर से ही व्यक्ति की हर एक चीज के बारे में बता दिया जाता है। आज हम आपको एक ऐसे अक्षर से शुरू होने वाले नाम के जातकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बार बार बीमार हो जाते हैं।

बीमार होने के बाद उन्हें कुछ फ़िक्र नहीं होती है। वह काम में व्यस्त रहते हैं। इन्हें अपने से ज्यादा दूसरों की फिक्र ज्यादा होती है। करियर में अच्छा मुकाम हासिल करने के लिए इन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। चलिए जानते हैं इनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातों के बारे में –

Name Astrology : ये है वो अक्षर

अक्षर M, P

इन दो अक्षर से शुरू होने वाले नाम के जातक बार-बार बीमार पड़ जाते हैं, लेकिन बीमार होने के बाद भी अपने काम को नहीं छोड़ते हैं। इन्हें अपने काम को पूरा करने की लालसा काफी ज्यादा रहती है। इन जातकों का स्वभाव दयालु, हंसमुख और मस्त मौला होता है। यह हर किसी की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। इन्हें अपने लाइफ को खुलकर जीना पसंद होता है। यह अपने लाइफ के हर शौक को पूरा करना पसंद करते हैं फिर चाहे उनके पास पैसे हो या ना हो लेकिन यह अपने शौक पूरे कर कर ही दम भरते हैं।

करियर में ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए इन्हें कड़ी से कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। यह मेहनत करने से पीछे नहीं हटते अगर किसी चीज में यह फेल हो जाता है, तो यह वापस तेरी स्टार्ट करके अपने काम को लगन के साथ करते हैं, ताकि उसमें सफलता पा सके। वहीं बात करें बार-बार बीमार होने की तो इनकी इम्यूनिटी बहुत कमजोर होती है। यह लोग जरा सा भी बाहर का कुछ खा लेते हैं तो इन्हें बुखार आ जाता है। लेकिन यह डॉक्टर के पास जाने से बचते हैं, जब ज्यादा तकलीफ होती है, तभी डॉक्टर का सहारा लेते हैं। परिवार वाले इन्हें खूब सपोर्ट करते हैं। परिवार में और समाज में इनका मान सम्मान काफी ज्यादा होता है।

डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News