Navratri 2023 : नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का काफी ज्यादा महत्व माना गया है। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। भक्त व्रत रख कर मां की पूजा अर्चना करते हैं। नवरात्रि के दौरान जातक अपने घर में कई चीजों की खरीदारी करते हैं। कुछ चीजों को घर में लाना शुभ माना जाता है तो कुछ चीजों को घर में लाना अशुभ माना जाता है।
आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अगर नवरात्रि के दौरान घर में लाइ जाए और रखी जाए तो उससे मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती है। इतना ही नहीं जातकों के जीवन में आ रही धन से जुड़ी समस्या भी दूर होती है और धन का आगमन होने लगता है। चलिए जानते हैं वो कौन सी चीजें है –
घर में रखें इन जानवरों की तस्वीरें
हिंदू धर्म में पशु पक्षियों को देवताओं से जोड़कर देखा जाता है। हर पशु पक्षी का संबंध किसी न किसी देवता या देवी से होता है, इसी वजह से कई जानवरों को धन का प्रतीक भी माना जाता है। कहा जाता है कि अगर घर में कुछ जानवरों की तस्वीर रखी जाए तो उस मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को हमेशा आशीर्वाद प्रदान करती हैं। उनके जीवन की धन से जुड़ी समस्या भी दूर कर देती हैं।
- उल्लू
- गाय
- कछुआ
- हाथी
- मछली
ज्योतिषों की माने तो उल्लू को मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है। अगर घर में उल्लू की प्रतिमा रखी जाए या फिर कोई तस्वीर रखी जाए तो ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और भक्तों के सभी परेशानियां दूर करती हैं। इसे रखने से धन से जुड़ी दिक्कतें भी दूर हो जाती है।
अगर घर में हाथी की मूर्ति या तस्वीर रखी जाए तो ऐसा करने से भी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा भक्त पर बना रहता है। इतना ही नहीं उसे धन की प्राप्ति होती है। वहीं उसमें वृद्धि भी होती है। इसके अलावा हाथी को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है। इस वजह से यह परिवार के लिए भी काफी ज्यादा शुभ होता है। इसके रखने से घर में खुशहाली और सुख समृद्धि बनी रहती है।
घर में मछली रखी जाए या फिर उसकी तस्वीर रखी जाए तो ऐसा करना भी शुभ माना जाता है। मछली को भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार माना जाता है। ऐसे में यह घर की पूर्व दिशा में रखी जानी चाहिए। इससे जीवन की तमाम परेशानियां दूर होती है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।