Kanya Pujan 2024 : इन दिनों पूरे देश भर में नवरात्रि की धुम देखने को मिल रही है। जहां देखो मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस अवसर पर मेले का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी प्रकार की चीज आप खरीद सकते हैं और इसका आनंद उठा सकते हैं। सभी राज्यों में इसे अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में इसे दुर्गा उत्सव के रूप में मनाते हैं। जिसके लिए लोग बहुत पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं।
वहीं, पश्चिमी राज्यों में गरबा खेल कर इस त्यौहार को मनाया जाता है। इस दौरान लोग सारे पुराने गिले-सिकवे भुलाकर एक-दूसरे को माफ कर देते हैं। इस तरह वह रिश्ते की नई शुरुआत भी करते हैं। सभी के घरों में तरह-तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं।
दिया जाता है दान
बता दें कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन भी किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन करने से जीवन में चल रही सारी समस्याएं खत्म हो जाती है। कन्याओं को देवी का रूप माना गया है, इसलिए कन्या पूजन करना काफी शुभ माना जाता है। इस दौरान जो कन्याओं को छूकर उनसे आशीर्वाद लिया जाता है। केवल इतना ही नहीं, दान दक्षिणा भी कन्याओं को देते हैं।
बन रहे ये संयोग
पंचांग के अनुसार, इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रहा है। जब महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा एक ही दिन की जाएगी। वहीं, इस साल अष्टमी और नवमी के शुभ अवसर पर बहुत से संयोगों का निर्माण हो रहा है। जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, सुकर्मा और धृति योगों का निर्माण हो रहा है, जो कि काफी ज्यादा शुभ माने जाते हैं। इस दौरान पूजा-अर्चना करने से मां दुर्गा अति शीघ्र प्रसन्न होती है और आपके जीवन में चल रही सारी बाधाओं को समाप्त कर देती हैं।
इन चीजों का करें दान
- कन्या पूजा पूजन के दौरान आपको भोग के तौर पर हलवा, पूरी, चने और खीर का भोग अवश्य लगाना चाहिए। इसके अलावा, आप फल, मिठाई आदि भी दे सकती हैं। इससे माता रानी बहुत जल्दी प्रसन्न होती है।
- आपको कन्याओं को चांदी का सिक्का देना चाहिए, जिसमें देवी दुर्गा की तस्वीर बनी हो। इससे मां दुर्गा बहुत जल्दी प्रसन्न होती हैं।
- कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को लाल रंग का वस्त्र दे सकती हैं। आप उन्हें लहंगा, साड़ी, चुनरी, दुप्पटा, आदि दान कर सकती हैं। इससे आपके घर में खुशहाली आएगी। साथ ही माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा आप पर बनी रहेगी।
- इसके अलावा, आप श्रृंगार का समान कन्याओं को दान के तौर पर चढ़ा सकती हैं। इसके बिना कन्या पूजन अधूरी मानी जाती है।
- अगर आप कुछ और भी दान करना चाहती हैं, तो आप शिक्षा से संबंधित चीजे कन्याओं को दान कर सकते हैं। इसके बाद पैर छूकर आशीर्वाद लें और माता रानी के जयकारों के साथ उन्हें विदा करें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)