हर साल आने वाली निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi 2025) को सबसे कठिन और पुण्यदायी एकादशी माना जाता है। लेकिन इस बार 2025 की निर्जला एकादशी कुछ राशियों के लिए खास सौगात लेकर आई है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहों की चाल ऐसी बन रही है कि कुछ राशियों को करियर में प्रमोशन, इनकम ग्रोथ और अचानक पैसा मिलने के योग बन रहे हैं।
निर्जला एकादशी 2025 इस बार 6 जून को मनाई जाएगी। इस दिन बुध का मिथुन राशि में गोचर और 31 मई को शुक्र का मेष राशि में प्रवेश, ये दोनों घटनाएं मेष और सिंह राशि वालों के लिए कई शुभ संकेत लेकर आ रही हैं। ऐसे में इन राशियों के जातकों को धन, प्रेम और करियर से जुड़े कई फायदों के योग बन रहे हैं।
इन राशियों पर पड़ेगा निर्जला एकादशी का खास असर
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए निर्जला एकादशी 2025 बेहद शुभ रहने वाली है। ऑफिस में मेहनत और लगन का फल अब मिल सकता है। बॉस की नजर आपके काम पर है और नई जिम्मेदारियों के साथ प्रमोशन मिलने के प्रबल योग बन रहे हैं। सैलरी में भी इज़ाफा हो सकता है।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों को इस एकादशी के आसपास लंबे समय से अटका हुआ पैसा वापस मिलने के संकेत हैं। साथ ही कोई पुरानी प्रॉपर्टी डील या पारिवारिक संपत्ति से जुड़ा मामला आपके पक्ष में सुलझ सकता है। निवेश से लाभ मिलने की संभावना भी बनी हुई है, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए यह समय करियर में बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं तो कोई अच्छा ऑफर मिल सकता है। वहीं बिजनेस में नए पार्टनर या प्रोजेक्ट से हाथ मिलाने का अच्छा मौका रहेगा। छोटी यात्राएं भी लाभकारी हो सकती हैं।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह एकादशी अचानक आर्थिक फायदा लाने वाली हो सकती है। खासतौर पर शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड या किसी पुराने निवेश से मुनाफा हो सकता है। पारिवारिक सपोर्ट भी मिलेगा और आर्थिक फैसलों में आत्मविश्वास बढ़ेगा। नौकरी में भी कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है।
करियर और पैसे को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
निर्जला एकादशी के दिन सूर्य और चंद्रमा की स्थिति बहुत पॉजिटिव रहेगी, जिससे कुछ लोगों को अचानक तरक्की के संकेत मिल सकते हैं। विशेष रूप से सरकारी नौकरी में कार्यरत लोगों के लिए यह समय प्रमोशन से भरा हो सकता है। वहीं जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें इस समय अच्छे ऑफर मिल सकते हैं। अगर इस दिन जल न पीकर पूर्ण श्रद्धा से व्रत रखा जाए और दान-पुण्य किया जाए, तो इसका प्रभाव सीधे ग्रहों की स्थिति पर पड़ता है, जिससे आर्थिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।





