सनातन धर्म में विनायक चतुर्दशी का अपना एक अलग महत्व है। चूंकि अभी सावन का महीना चल रहा है, जो कि भगवान शिव को समर्पित है, ऐसे में इस माह में पड़ने वाली विनायक चतुर्थी बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित होती है। इस दिन व्रत, त्योहार रखने से गजानन के साथ-साथ माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ का भी विशेष आशीर्वाद उनके भक्तों पर बना रहता है।
विनायक चतुर्थी सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अगले दिन मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन कोई भी वरदान मांगने से भगवान इसे अवश्य पूर्ण करते हैं।
शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल 27 जुलाई को देर रात 10:41 पर सावन महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत होगी, जिसका समापन अगले दिन यानी 28 जुलाई को देर रात 11:24 पर होगा। ऐसे में 28 जुलाई को विनायक चतुर्दशी मनाई जाएगी।
बन रहे ये योग
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस दिन कई सारे कल्याणकारी योगों का निर्माण हो रहा है। दिन में परघि योग, हर्षण योग और रवि योग बन रहा है। इस दौरान भगवान की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख और सौभाग्य में बढ़ोतरी होगी। साथ ही माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा आप पर बरसेगी।
चढ़ाएं ये भोग
इस दिन बप्पा को भोग के तौर पर मोदक, बेसन के लड्डू या फिर केला चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही सिंदूर, लाल फूल, नारियल, सुपारी, कलवा भी अर्पित करें, जो कि काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। उनकी पूजा करते वक्त 21 दूर्वा अर्पित करें। पूजा के दौरान आप “श्री गणेशाय नमः” मंत्र का भी जाप कर सकते हैं।
ऐसे करें प्रसन्न
- इस दिन बड़ों का अनादर या अपमान गलती से भी नहीं करना चाहिए।
- ध्यान रहे कि चंद्रमा का दर्शन ना करें। इससे जीवन में बुरे परिणाम झेलने पढ़ सकते हैं।
- नकारात्मक विचारों से दूर रहे। तामसिक भोजन, मदिरा आदि का सेवन न करें।
- क्रोध पर संयम रखें, शांत दिमाग से पूजा पाठ करें।
- आप इस दिन महादेव और माता पार्वती की भी पूजा कर सकते हैं, जिससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





