Papankusha Ekadashi: आज 25 अक्टूबर है और दिन बुधवार होने के साथ तिथि एकादशी की है। एकादशी थोड़ी खास है और इसे पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है। शारदीय नवरात्रि खत्म होने के बाद ये एकादशी आती है और इसका हिंदू धर्म में काफी महत्व माना गया है। आज के दिन वृद्धि योग और विष्टि करण के साथ उत्तर दिशा शूल और शतभिषा नक्षत्र बन रहा है।
पापांकुशा एकदाशी का महत्व
यह एकादशी हिंदू धर्म में काफी महत्व रखती है और इस दिन भगवान विष्णु की पूजन करने के साथ जाने अनजाने में किए गए पापों से मुक्ति की कामना की जाती है। जो व्यक्ति आज पूजन अर्चन करता है और व्रत रखता है उसके लिए मोक्ष के द्वारा खुल जाते हैं। इस दिन के बारे में कहा जाता है कि अगर श्रद्धा पूर्वक यह व्रत रखा जाए तो 1000 अश्वमेध यज्ञ और 100 सूर्य यज्ञ का फल व्यक्ति को प्राप्त होता है। व्रत के साथ इस दिन दान का भी विशेष महत्व है और अगर व्यक्ति दान देता है तो उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
ऐसे करें व्रत
- आज के दिन जो लोग व्रत करना चाहते हैं उन्हें सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
- संकल्प लेने के बाद घट स्थापना करें और कलश पर भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें।
- इसके बाद भगवान की पूजन अर्चन कर उन्हें धूप, दीप और पुष्प अर्पित करें।
- सच्चे मन से विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
- उपवास के अगले दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने के बाद अन्न का दान कर व्रत खोलें।
इन बातों का रखें ध्यान
इस दिन व्रत करने वाले लोगों को चावल और बाहरी खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। व्रतधारक को मौन रहकर भगवत स्मरण और भजन कीर्तन करना चाहिए। इस दिन क्रोध बिल्कुल ना करें और कुछ न कुछ दान अवश्य करें।
Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।