व्यक्ति को दौलत-शौहरत, यश और कीर्ति देता है पाराशरी राजयोग, प्रबल बनाता है भाग्य, बनने लगते हैं सारे काम

हर व्यक्ति की कुंडली में समय-समय पर ग्रहों का परिवर्तन होता है। ग्रहों का परिवर्तन व्यक्ति के जीवन को गहरे तरीके से प्रभावित करने का काम करता है। चलिए आज पाराशरी राजयोग के बारे में जानते हैं।

Parashari Rajyog

Parashari Rajyog: जब जब ग्रहों की स्थिति बदलती है। तब तक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आते हैं। दरअसल, हम सब की कुंडली में नवग्रह विराजित हैं, जिनकी समय-समय पर बदलती हुई चाल हमारे जीवन को गहरे तरीके से प्रभावित करने का काम करती है। जैसे-जैसे ग्रहों का राशि परिवर्तन होता है, वैसे-वैसे वर्तमान राशि पर इनका असर देखने को मिलता है।

ग्रहों की जो दशा और दिशा बदलती है इसका असर केवल व्यक्ति के वर्तमान जीवन पर ही नहीं बल्कि भविष्य पर भी पड़ता है। इनके परिवर्तन से कुछ योग और राजयोग भी निर्मित होते हैं। किसी भी जातक की कुंडली में जब राजयोग का निर्माण होता है, तो उसका जीवन समृद्धशाली बन जाता है। इन्हें जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी मिलने लगती है और यह उच्च पद हासिल करते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही पाराशरी योग की जानकारी देते हैं।

क्या है पाराशरी राजयोग (Parashari Rajyog)

कई सारे राजयोग में एक पाराशरी राजयोग भी है, जो व्यक्ति को समृद्ध और धनवान बनने का काम करता है। जिनकी कुंडली में यह योग निर्मित होता है वह राजा के समान जीवन व्यतीत करता है। इन लोगों को धन लाभ की प्राप्ति होती है। भाग्य प्रबल होने लगता है और जीवन समृद्धशाली बन जाता है। यह योग इन लोगों को हंसमुख और बुद्धिमान स्वभाव का बनाता है, जिससे यह लोगों के बीच पहचान हासिल करते हैं।

कब होता है निर्माण

पाराशरी राजयोग का निर्माण कर तरह से होता है। अगर चंद्र और गुरु आपस में केंद्र में बैठे हैं तो पाराशरी राज योग निर्मित होता है। मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि केंद्र में अपनी राशि या फिर उच्च राशि में विराजमान होते हैं। तब केंद्र का स्वामित्व त्रिकोण के स्वामी के साथ संबंध बनाएं तब यह योग बनता है। इसके अलावा अगर कोई ग्रह केंद्र और त्रिकोण दोनों ही जगह का स्वामी है तब भी इस योग का लाभ प्राप्त होता है। यह राजयोग जातक को धनी और समृद्ध बनाने का काम करता है। उसके सारे काम बनने लगते हैं और पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।

पाराशरी राजयोग का लाभ

  • जिस व्यक्ति की कुंडली में पाराशरी राजयोग निर्मित होता है वह धनवान और समृद्ध बनता है।
  • यह योग व्यक्ति के भाग्य को मजबूत बनाता है जिससे उसका जीवन समृद्धिशाली हो जाता है।
  • इस स्वभाव को हंसमुख बनता है और बुद्धि में वृद्धि करता है।
  • इसके प्रभाव से व्यक्ति को धन, दौलत, शोहरत, गाड़ी, बंगला सभी मिल जाता है।
  • अगर यह राजयोग कुंडली में बन जाए तो व्यक्ति को मान-सम्मान, सुख समृद्धि, सफलता सब कुछ मिलने लगता है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Diksha Bhanupriy

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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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