हिंदू धर्म में दीपक का विशेष महत्व होता है। शुभ और मांगलिक कार्यों में इसे प्रज्वलित किया जाता है। शास्त्रों में दीपक से जुड़ी कई मान्यताएं हैं। इसे प्रकाश और ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है। घर में प्रतिदिन दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जाओं से मुक्ति मिलती है। सुख समृद्धि में वृद्धि भी होती है। घर में माता लक्ष्मी का वास भी होता है।
दीपक जलाते समय कुछ नियमों (Puja Niyam) का विशेष ख्याल रखना चाहिए। दीपक को आसन के रूप में चावल, गेहूं या अन्य अनाजों को रखना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। आइए जानें दीपक के नीचे कौन-सा अनाज रखना रखना चाहिए?

गेहूं का इस्तेमाल करें
गेहूं में अन्नपूर्णा का वास होता है। इसे दीपक के नीचे रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। अनन और धन का भंडार हमेशा भरा रहता है। कर्ज से मुक्ति मिलती है।
पवित्र चावल का उपयोग
हिंदू धर्म में चावल को पवित्र अनाज माना गया है। इसे अक्षत के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका संबंध मां दुर्गा और देवी लक्ष्मी से है। दीपक के नीचे चावल रखने से देवी- देवता प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
उड़द भी रहेगा शुभ
दीपक के नीचे उड़द रखना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है। सेहत किस जुड़ी समस्याएं दूर होती है। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
इन अनाजों का भी कर सकते हैं इस्तेमाल
- जौ को ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है। इसे दीपक के नीचे रखने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है। घर में समृद्धि आती है। सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है।
- दीपक के नीचे चना को आसन के रूप में रखा जा सकता है। हिंदू धर्म में चने को देव गुरु बृहस्पति का प्रतीक माना गया है। ऐसा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। आर्थिक तंगी दूर होती है। भाग्य का साथ मिलता है।
- दीपक के नीचे बाजार रखना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से सेहत को लाभ होता है।
- तिल को दीपक के नीचे रखा जा सकता है। ऐसा करने से तरक्की के योग बनते हैं।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)