Puja Path Niyam: हिंदू धर्म में शालिग्राम का विशेष महत्व होता है। जिस तरह भगवान शिव का विग्रह रूप शिवलिंग होता है। उसी तरह शालिग्राम को भगवान विष्णु का विग्रह रूप माना जाता है। जिस घर में भगवान शालिग्राम होते हैं, उस घर को तीर्थ के समान माना जाता है। घर–परिवार में सुख–स्मृद्धित हमेशा बनी रहती है। घर में शालिग्राम स्थापित करने से पहले कुछ बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। नियम अनुसार पूजा न करने पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इन नियमों का करें पालन
- घर में हमेशा एक ही एक ही शालिग्राम रखना चाहिए। एक साथ कई शालीग्राम को रखना उचित नहीं माना जाता।
- जिस घर में शालिग्राम रखा जाता है, वहां मांस, चिकन, अंडा, मछली इत्यादि का सेवन करना वर्जित होता है। नशे से भी दूरी रखनी चाहिए।
- जहां शालिग्राम रखते हैं वहां साफ–सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- शालिग्राम के साथ विष्णु जी की प्रतिमा या तस्वीर जरूर रखें।
ऐसे करवाएं स्नान
प्रतिदिन पंचामृत से भगवान शालिग्राम को स्नान करवाना चाहिए। दही, दूध, जल, शहद और घी मिलाकर पंचामृत बनाएं। शालिग्राम को स्नान करवाने के बाद पंचामृत को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और इसका वितरण करें।
ऐसे करें पूजा
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर शालिग्राम को स्नान कराएं। फूल, चंदन, भोग इत्यादि अर्पित करें। घी का दीपक और धूप जलाएं। तुलसी के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। शालिग्राम की पूजा करते समय क्रम नहीं टूटना चाहिए।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानाकारी साझा करना है, MP Breaking News इन बातों के सत्यता और स्टिकता की पुष्टि नहीं करता।)