Puja Path Niyam: हनुमान चालीसा का पाठ करते समय इन नियमों का करें पालन, पूरी होगी मनोकामना, प्रसन्न होंगे बजरंगबली 

हनुमान चालीसा का पाठ करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। जिसका उल्लेख्य शास्त्रों में भी किया गया है।

chanuman chalisa niyam

Puja Path Niyam: हिन्दू धर्म में हनुमान चालीसा का विशेष महत्व होता है। यह बजरंगबली को समर्पित होता है। रोजाना हनुमान चालीसा पढ़ने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। रोग से मुक्ति मिलती है। मनोबल बढ़ता है। भय दूर होता है। बल, बुद्धि और विद्या में भी वृद्धि होती है। शास्त्रों के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ करते समय कुछ नियमी का पालन जरूर करना करना चाहिए है। ताकि पूर्ण फल की प्राप्ति हो सके। आइए एक नजर इन नियमों पर डालें-

हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए कौन-सा दिन उत्तम? 

हनुमान चालीसा का पाठ रोज किया जाता है। लेकिन मंगलवार और शनिवार को इसे पढ़ना अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसा करने शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आप लगातार 40 मंगलवार या 40 शनिवार हुनमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं।

कब करना चाहिए हनुमान चालीसा का पाठ?

सुबह स्नान के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना सबसे शुभ माना जाता है। संध्याकाल में भी इसका पाठ किया जा सकता है। रात को सोने से पहले भी हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं।

कितनी बार कर सकते हैं हनुमान चालीसा का पाठ?

हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार करना चाहिए। 11, 7, 9, 5 और 3 बार भी पाठ हो सकता है। प्रतिदिन एक बार हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं।

इन बातों का रखें विशेष ख्याल

  • हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले भगवान श्रीराम का नाम जरूर लें।
  • चालीसा का पाठ करने के बाद बजरंगबली की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं। चमेली का तेल, सिंदूर इत्यादि अर्पित करें।
  • हनुमान चालीसा का पाठ करते समय तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन करना अशुभ माना जाता है।
  • रंग रंग के आसन पर बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • चालीसा पाठ से पहले दीप जलाएं। चमेली के तेल या शुद्ध घी का इस्तेमाल करें। लाल एंग की बत्ती होनी चाहिए।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)

 


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Manisha Kumari Pandey

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