Ratna Shastra: इन 6 राशियों के लिए भाग्यशाली माना जाता है ये स्टोन, यहां जानें धारण करने का तरीका और लाभ

ज्योतिष में कई रत्नों का उल्लेख दिया गया है, जो व्यक्ति के जीवन को गहरे तरीके से प्रभावित करते हैं। चलिए आज नीली रत्न के बारे में जानते हैं।

Diksha Bhanupriy
Published on -

Ratna Shastra: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के प्रभाव को शुभ बनाने के लिए कई तरह के उपाय का उल्लेख दिया गया है। अगर व्यक्ति ग्रहों की स्थिति और कुंडली में लग्न को देखकर इन उपायों को अपनाता है तो उसके जीवन में सुख समृद्धि आती है। ग्रहों की स्थिति को शुभ बनाने के लिए सबसे बेहतरीन उपाय रत्न धारण करना होता है। इसमें व्यक्ति को केवल एक बार नियम धर्म के साथ रत्न को पहनना होता है। उसके बाद खुद उसके जीवन में बदलाव आने लगते हैं।

रत्न शास्त्र ज्योतिष की एक महत्वपूर्ण शाखा है। जिसमें कई तरह के रत्नों का उल्लेख दिया गया है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखकर अगर इन्हें धारण कर लिया जाए तो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिणाम आने लगते हैं। ज्योतिष में न सिर्फ रत्न बल्कि उपरत्न का वर्णन भी दिया गया है। यह उपरत्न भी प्रमुख रत्न की तरह ही प्रभाव डालने का काम करते हैं। आज हम आपको नीली रत्न के बारे में बताते हैं जिसका संबंध शनि देव से माना जाता है। चलिए इसे धारण करने की विधि और होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं।

कौन कर सकता है धारण

सबसे पहले तो आपको यह बता देते हैं की नीली रत्न कौन धारण कर सकता है। यह वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोगों के लिए शुभ होता है। इन राशियों में शनि ग्रह की स्थिति सकारात्मक है तो भी इन्हें पहना जा सकता है। वहीं अगर शनि की महादशा चल रही है तो भी साधारण कर सकते हैं। इतना ध्यान रखें कि इसके साथ कभी भी माणिक्य, मूंगा और मोती नहीं पहना जाता है।

ऐसे करें धारण

नीली रत्न हमेशा सवा 7 से सवा 8 रत्ती का धारण किया जाता है। यह चांदी या फिर पंच धातु में पहना जाता है। इसका संबंध शनि ग्रह से है इसलिए इस शनिवार के दिन धारण करना चाहिए। जब आप इसे पहने उसके पहले गंगाजल और गाय के दूध में डालकर उसे अच्छी तरह से शुद्ध कर लें। इसके बाद शनि मंत्र का जाप करें और दाएं हाथ की बीच की उंगली में इसे पहन लें।

होंगे ये लाभ

  • इस रत्न से होने वाले लाभ की बात करें तो इसे पहनने के बाद व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है।
  • जो लोग व्यापार करते हैं उन्हें उन्नति मिलने लगती है और नौकरी करने वाले जातकों की भी तरक्की होती है।
  • जो लोग डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं। अगर वह इससे पहनते हैं तो उनका तनाव दूर होने लगता है।
  • जो लोग धैर्य नहीं रख पाते हैं और हमेशा आतुर रहते हैं। यह उनमें धैर्यशीलता का गुण विकसित करता है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


About Author
Diksha Bhanupriy

Diksha Bhanupriy

"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

Other Latest News