रविवार को ज़रूर करें 5 मिनट का ये काम, सूर्यदेव होंगे खुश और मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

रविवार का दिन सिर्फ छुट्टी का नहीं, बल्कि ग्रहों के राजा सूर्यदेव को खुश करने का भी सबसे शुभ मौका होता है। अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है या कामयाबी के रास्ते बार-बार रुक रहे हैं, तो रविवार को किया गया ये 5 मिनट का उपाय चमत्कार कर सकता

रविवार का दिन सिर्फ आराम करने या छुट्टी मनाने का नहीं है, बल्कि इस दिन को अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए तो जीवन की कई मुश्किलें आसान हो सकती हैं। दरअसल, रविवार (Ravivar Upay) को सूर्यदेव की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार, सूर्यदेव को अर्घ्य देने से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है बल्कि आत्मबल, आत्मविश्वास और भाग्य भी मज़बूत होता है।

अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है, बार-बार मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल रही या पारिवारिक कलह खत्म नहीं हो रही, तो रविवार को किया गया ये 5 मिनट का आसान उपाय आपके लिए वरदान बन सकता है। जानकारों का मानना है कि सूर्यदेव की कृपा से न केवल पितृ दोष शांत होता है बल्कि रुके हुए काम भी तेजी से पूरे होने लगते हैं।

रविवार के दिन क्यों खास है सूर्य उपासना?

सूर्य ग्रह को आत्मा और शक्ति का कारक माना गया है। पंडितों की मानें तो जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है या पितृ दोष बना रहता है, उन्हें करियर, सेहत और मानसिक तनाव जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन रविवार को कुछ आसान उपाय करके सूर्यदेव को प्रसन्न किया जा सकता है। इससे न सिर्फ पितृ दोष में राहत मिलती है बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है।

रविवार सुबह स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, अक्षत और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य देने से पितरों की शांति होती है और सूर्यदेव की कृपा बनी रहती है।” इस उपाय को नियमित करने से ग्रहों की दशा सुधरने लगती है।

पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए करें ये खास काम

अगर आपको सपनों में बार-बार मृत पूर्वज दिखते हैं, बिना वजह डर लगता है या बार-बार घर में कलह होती है, तो समझ लीजिए ये पितृ दोष के संकेत हो सकते हैं। रविवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। फिर एक तांबे के लोटे में गंगाजल, लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।

उसके बाद, “ॐ पितृदेवाय नमः” मंत्र का 11 बार जप करें। यह प्रक्रिया मुश्किल से 5 मिनट लेगी लेकिन इसके प्रभाव से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और जीवन की अड़चनें दूर होने लगती हैं। इसके साथ आप गरीबों को लाल वस्त्र या गेहूं दान करें, इससे पुण्य फल कई गुना बढ़ जाता है।

सिर्फ पितृ दोष ही नहीं, सूर्य उपाय से मिलते हैं और भी बड़े लाभ

सूर्यदेव को प्रसन्न करने वाले ये उपाय न सिर्फ पितृ दोष के लिए कारगर हैं बल्कि आंखों की रोशनी, आत्मविश्वास, सरकारी नौकरी में सफलता और समाज में प्रतिष्ठा जैसी समस्याओं के समाधान में भी सहायक माने जाते हैं।

ध्यान देने वाली बात ये है कि इन उपायों को करते समय मन में श्रद्धा होनी चाहिए। दिखावे के लिए किया गया टोटका काम नहीं करता। साथ ही कोशिश करें कि रविवार को किसी पर गुस्सा न करें और मीठा भोजन ग्रहण करें—ये सूर्यदेव को प्रसन्न करने की दिशा में एक और सकारात्मक कदम माना जाता है।

अगर आप भी लंबे समय से भाग्य का साथ न मिलने, काम अटकने या पारिवारिक अशांति जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो इस रविवार से ये आसान उपाय शुरू कर सकते हैं। कभी-कभी सिर्फ 5 मिनट की श्रद्धा भी वो काम कर जाती है जो सालों की मेहनत नहीं कर पाती।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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