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Wed, Dec 17, 2025

महालक्ष्मी व्रत के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, मिल सकता है उल्टा परिणाम

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
महालक्ष्मी व्रत में नियमों का पालन अनिवार्य है। व्रत के दौरान नमक, सेंधा नमक, तामसिक भोजन, शराब व नशे का सेवन वर्जित है। झूठ बोलना, अपशब्द कहना और दिन में सोना अशुभ माना जाता है। केवल सात्विक आहार लें, साफ-सफाई व शुद्ध वस्त्र धारण करें।
महालक्ष्मी व्रत के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, मिल सकता है उल्टा परिणाम

हिंदू धर्म में लक्ष्मी जी की विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। जिन्हें प्रसन्न करने के लिए आए दिन लोग व्रत रखते हैं। कुछ उपायों को अपनाकर धन की देवी मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न किया जाता है। इसके लिए जातक तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। हालांकि आज हम आपको बताएंगे कि महालक्ष्मी व्रत के दिन साधक को कौन से कर्म अवश्य करने चाहिए, जिससे वह उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त देवी की पूजा विधि विधान पूर्वक करता है, उनके घर में सदैव मां लक्ष्मी का वास होता है। इसके अलावा, उनके जीवन में हमेशा धन की बढ़ोतरी होती है। साथ ही, मान और सम्मान भी बढ़ता है।

वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल महालक्ष्मी का व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानी 30 अगस्त को रात 10:46 पर होगा, जिसका समापन अगले दिन यानी 1 सितंबर को 12:57 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार 31 अगस्त को महालक्ष्मी व्रत रखा जाएगा।

तिथि

बता दें कि हिंदू धर्म में महालक्ष्मी का व्रत 16 दिनों तक चलता है। जो कि शुक्ल अष्टमी से शुरू होकर आश्विन कृष्ण अष्टमी को समाप्त होता है। तिथि के आधार पर यह 16 या 15 दिन का हो सकता है। इस बार की बात करें तो यह 15 दिनों का है। ऐसे में 15 दिनों तक व्रत रखा जाएगा। जिसकी शुरुआत 31 अगस्त को होगी, और जिसका समापन 14 सितंबर को व्रत पारण के साथ किया जाएगा। ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो इस बार महालक्ष्मी व्रत के दिन भद्रा लगेगी। जो कि सुबह 5:59 पर शुरू होगी और यह 11:54 तक रहेगी। स्वर्ग की भद्रा का दुष्प्रभाव धरती पर नहीं होता है। ऐसे में आप इस दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य कर सकते हैं।

न करें ये गलती

  • सनातन धर्म में महालक्ष्मी व्रत को लेकर कई सारे नियम कानून बनाए गए हैं, जिनका पालन करने पर ही जातक को सुख और समृद्धि मिलती है। यदि इस दौरान किसी भी तरह की गलती हो जाए, तो पूरा व्रत असफल माना जाता है। आज के आर्टिकल में हम आपको उन गलतियों से बचने के बारे में बताएंगे, जिन्हें आपको भूलकर भी नहीं करना चाहिए, अन्यथा इसके बुरे परिणाम आपको भुगतने पड़ सकते हैं।
  • महालक्ष्मी व्रत रखने के दौरान आपको गलती से भी नमक का सेवन नहीं करना है। आप केवल फलाहार कर सकते हैं। नमक खाते ही व्रत खंडित हो जाता है। यहां तक कि आपको सेंधा नमक भी नहीं खाना है, जो कि आम तौर पर लोग व्रत करने के दौरान सेवन कर लेते हैं।
  • महालक्ष्मी व्रत को रखने के दौरान तामसिक भोजन से बिल्कुल दूर रहना है, जिनमें लहसुन, प्याज और मांसाहार जैसी चीज शामिल है। इसके अलावा शराब या किसी भी तरह के नशे से बिल्कुल दूर रहें, अन्यथा आपको माता लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलेगी। व्रत के दौरान नियमों का पालन करते हुए केवल सात्विक भोजन ही खाएं।
  • इस दौरान किसी से भी झूठ न बोलें। किसी भी स्थिति में अपशब्दों का प्रयोग न करें, जो कि काफी अशुभ माना जाता है। इससे देवी-देवता नाराज हो जाते हैं। जिस घर में बुरे शब्द का इस्तेमाल होता है, वहां भगवान वास नहीं करते। इसलिए इन सभी चीजों का खास ख्याल रखें।
  • महालक्ष्मी व्रत रखने के दौरान दिन में कोशिश करें कि न सोएं। इससे व्रत का फल नहीं मिलता। पूरे दिन माता की भक्ति में लीन रहें, उनके ध्यान में मग्न रहें, जिससे आपको नींद नहीं आएगी और आप पूरे नियम कानून के साथ इस व्रत का पालन कर सकेंगे।
  • महालक्ष्मी व्रत करने के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। गंदे कपड़े न पहनें। इसके अलावा घर में भी कहीं गंदगी न फैलाएं। पूजा स्थल को खासकर साफ करें। आप चाहे तो लाल या गुलाबी रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं, जो कि माता लक्ष्मी का प्रिय रंग माना जाता है।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)