हर माता-पिता के लिए उनके जीवन सबसे बड़ी खुशी संतान होती है। अपनी संतान को वो दुनिया की सारी खुशियां देना चाहते हैं। इसकी तैयारी बच्चों के जन्म से पहले ही शुरू कर दी जाती है। उसके लिए क्या लाना है कौन सी चीज कैसी होनी चाहिए इन पर कपल काफी विचार करता है।
जब नन्हे मेहमान से पहले कदम घर में पड़ते हैं, यह वो क्षण होता है जो माता-पिता को जिंदगी भर याद रहता है। केवल माता-पिता ही नहीं बल्कि घर का हर सदस्य इस पल को हमेशा के लिए अपने दिल में संजोकर रखना है। अब बच्चों के आगमन के बाद उनकी आवभगत का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। सभी सदस्यों में अलग-अलग काम बांट दिए जाते हैं।वह इसे बखूबी से पूरा करने की कोशिश करते हैं। इन्हीं में से एक काम बेहतरीन नाम ढूंढना भी होता है।

संस्कृत के नाम
जब नन्हा मेहमान घर में आता है तो हर कोई उसे किसी ने किसी प्यारे नाम से बुलाता है। निकनेम तक तो ठीक है, यह तो सभी बच्चों को अपने हिसाब से दे देते हैं लेकिन जब नामकरण की बारी आती है तो सभी को अर्थपूर्ण नाम चाहिए होते हैं। अगर आपके घर में नन्हा मेहमान आया है और आप उसके लिए प्यारे नाम ढूंढ रहे हैं। तो आज हम आपके लिए कुछ ऐसे नाम लेकर आए हैं तो संस्कृत से लिए गए हैं। इन नामों का अर्थ भी बहुत खास है। चलिए ये लिस्ट देख लेते हैं।
बच्चों के नाम (Sanskrit Baby Name)
परीक्षित
एक यूनिक नाम है जो आप अपने नन्हे राजकुमार को दे सकते हैं। इस नाम का अर्थ प्रमाणित और जांच परख कर काम करने वाला होता है।
सारस्वत
संस्कृत का बहुत ही खूबसूरत नाम है, जो आपके बच्चे को अद्भुत व्यक्तित्व का स्वामी बनाएगा। यह माता सरस्वती के पति का नाम है।
आश्विक
यह प्यारा नाम भी आप अपने नन्हे राजकुमार को दे सकते हैं। इस नाम का अर्थ विजयी और हमेशा जीतने वाला होता है।
वरद
यह सुंदर नाम भी बच्चों के लिए बेस्ट रहेगा। वरदान और ईश्वर का आशीर्वाद इसके सुंदर अर्थ हैं। यह आपके बच्चे के जीवन को खुशियों की रोशनी से भर देगा।
वत्सल
बहुत ही सुंदर नाम है जो नन्हे राजकुमार के लिए बेस्ट रहेगा। इस नाम का अर्थ स्नेही होता है। सब पर प्यार लुटाने वाले को यही कहते हैं।
युवान
यह प्यारा नाम आप अपने सुंदर बेटे के लिए चुन सकते हैं। इस नाम का अर्थ युवा होता है। यह भगवान शिव के आने को नाम में से एक है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।