Sawan Shivratri : हिन्दू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व माना गया है। ये महीना भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना है। इस महीने की शुरुआत जुलाई की 14 तारीख से हो गई थी। सावन के महीने का पहला सोमवार भी आ चुका है। वहीं अब 24 तारीख को सावन महीने का दूसरा सोमवार है। ऐसे में व्रत और पूजन का विशेष महत्व माना गया है।
भक्त इस महीने में ससे ज्यादा सावन की शिवरात्रि का इंतजार करते हैं। इस साल सावन शिवरात्रि 26 जुलाई के दिन आ रही है। जो बेहद ही खास संयोग के साथ आ रही है। ये सावन शिवरात्रि भक्तों के लिए भी बेहद खास होने वाली है। क्योंकि इस दिन भोलेनाथ के साथ माता पार्वती का आशीर्वाद पाने का योग बन रहा है। तो चलिए जानते है सावन शिवरात्रि के बारे में सब कुछ –
जरूर रखें इस दिन मंगला गौरी व्रत –
आपको बता दे, सावन के इस खास और पवित्र महीने में मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखना चाहिए। ये व्रत माता पार्वती को समर्पित होता है। खास बात ये है कि सावन शिवरात्रि भी 26 जुलाई यानी मंगलवार के दिन आ रही है। ऐसे में इस व्रत का और ज्यादा महत्व बढ़ जाता है। इस व्रत को करने से आप माता गौरी का भी आशीर्वाद ले सकते हैं। इससे आपके जीवन के कष्ट भी दूर होंगे।
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सावन शिवरात्रि महत्व –
भक्तों के लिए सावन शिवरात्रि का काफी ज्यादा महत्व होता है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों के जीवन की सभी परेशानियां दूर होती है साथ ही शांति, रक्षा, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति भी इस व्रत को रखने से होती। है इस व्रत को करने मात्र से ही पापों का भी नाश होता है। इतना ही नहीं अगर इस दिन कुंवारे लोग व्रत रखते है और मन से भोलेनाथ से मनचाह व्रत मांगते है तो उनकी वो मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में भी मधुरता आने लगती है।
शुभ मुहूर्त –
- चतुर्दशी तिथि शुरू- जुलाई 26, 2022 को 06:46 PM बजे से
- चतुर्दशी तिथि खत्म- जुलाई 27, 2022 को 09:11 PM बजे तक
- निशिता काल पूजा समय – 27 जुलाई को सुबह 12:07 से 12:49 बजे तक
- सावन शिवरात्रि व्रत 26 जुलाई के दिन रखा जाएगा जिसका पारण 27 जुलाई को होगा।
- व्रत पारण का शुभ समय 27 जुलाई को सुबह 05.39 मिनट से लेकर दोपहर 03.51 मिनट तक है।